क्या झारखंड में नमाज कक्ष का मामला होगा शांत, विवादों को दूर करने के लिए बनी विस कमेटी, MLA स्टीफन बने संयोजक
झारखंड विधानसभा में अलग नमाज कक्ष देने पर उठे विवाद को जल्द दूर किया जायेगा. इस विवाद को दूर करने के किए स्पेशल कमेटी बना बना लिया गया है, और इसके संयोजक स्टीफन मरांडी होंगे
रांची : विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटन करने के मामले में गतिरोध दूर किया गया है. पूरे मॉनसून सत्र में विपक्ष भाजपा ने इसे मुद्दा बनाया था. इस कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही़ स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने इस मामले के पटाक्षेप के लिए विधानसभा की कमेटी बना दी है़.
कमेटी में झामुमो के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी संयोजक बनाये गये हैं. स्पीकर ने कमेटी को 45 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है़ कमेटी में झामुमो विधायक डॉ सरफराज अहमद, भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक प्रदीप यादव, माले विधायक विनोद सिंह, आजसू विधायक डॉ लंबोदर महतो और कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सदस्य बनाये गये है़ं
गुरुवार को सदन में झामुमो विधायक डॉ सरफराज अहमद ने इस मुद्दे पर कहा कि तीन-चार दिनों से सदन की कार्यवाही इस मामले को लेकर बाधित है़ विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए कमरे के आवंटन की परिपाटी पुरानी है़ प्रार्थना कक्ष पहले भी रहा है़ बाबूलाल मरांडी जब राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे और इंदर सिंह नामधारी स्पीकर थे, उस समय भी यह व्यवस्था थी़ परिपाटी तब से चली आ रही है़.
स्पीकर के पास कुछ लोगों ने आवेदन दिया, तो उन्होंने कक्ष आवंटित कर दिया. बात का बतंगड़ बना दिया गया है़ एक कमेटी बना दी जाये, वही इस मामले पर विचार करे. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने इस पर आपत्ति जतायी़ उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तो कोई आवंटन नहीं हुआ था. चूंकि भारत का संविधान सेक्युलर स्टेट की बात करता है़ विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है, तो ऐसी व्यवस्था नहीं चल सकती है.
आमने-सामने
विधानसभा में नमाज कक्ष की परिपाटी पहले से है, सिर्फ बात का बतंगड़ बनाया गया. कोई मस्जिद की बात नहीं हो रही है.
-डॉ सरफराज
मेरे मुख्यमंत्री काल में कोई आवंटन नहीं हुआ था, सेक्युलर स्टेट में व्यवस्था नहीं चल सकती.
-बाबूलाल मरांडी
Posted By : Sameer Oraon