जहरीली शराब पिलाकर 22 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाला माफिया नरेश सिंघानिया गिरफ्तार, झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता
Jharkhand News, रांची न्यूज (राजेश वर्मा) : वर्ष 2017 में जहरीली शराब पीने से हुई 22 लोगों की मौत मामले में फरार आरोपी शराब माफिया नरेश कुमार उर्फ नरेश सिंधिया उर्फ नरेश सिंघानिया उर्फ लाला को रांची की नामकुम पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एसएसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जोरार स्थित घर से गिरफ्तार किया है, जहां नरेश हुलिया बदलकर रह रहा था. नरेश के विरुद्ध नामकुम, डोरंडा,गोंदा थाना में उत्पाद अधिनियम सहित एक दर्जन से अधिक धाराओं में केस दर्ज हैं. आज गुरुवार को ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने नामकुम थाना में प्रेस वार्ता कर ये जानकारी दी.
Jharkhand News, रांची न्यूज (राजेश वर्मा) : वर्ष 2017 में जहरीली शराब पीने से हुई 22 लोगों की मौत मामले में फरार आरोपी शराब माफिया नरेश कुमार उर्फ नरेश सिंधिया उर्फ नरेश सिंघानिया उर्फ लाला को रांची की नामकुम पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एसएसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जोरार स्थित घर से गिरफ्तार किया है, जहां नरेश हुलिया बदलकर रह रहा था. नरेश के विरुद्ध नामकुम, डोरंडा,गोंदा थाना में उत्पाद अधिनियम सहित एक दर्जन से अधिक धाराओं में केस दर्ज हैं. आज गुरुवार को ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने नामकुम थाना में प्रेस वार्ता कर ये जानकारी दी.
रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि सिंधिया बंधु वर्षों से नकली शराब का कारोबार करते आ रहे हैं. उत्पाद विभाग ने कई बार छापामारी कर नकली शराब एवं बनाने का सामान जब्त किया था. 2 सितंबर 2017 को करम पर्व के दौरान सिंधिया बंधुओं ने बाजार में जहरीली शराब की खेप उतारी थी. जिसे पीकर चार जैप जवानों सहित 22 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस एवं सीआईडी जांच में मौत का कारण जहरीली शराब था, जो सिंधिया बंधुओं के द्वारा आपूर्ति किया गया था. दर्जनों मौत के बाद सिंधिया बंधु चर्चा में आए एवं प्रहलाद सिंधिया एवं प्रहलाद के भाई नरेश सिंधिया के विरुद्ध विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. घटना के बाद से दोनों भाई फरार हो गए थे.
प्रहलाद सिंधिया को पुलिस ने पूर्व में जमशेदपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वहीं नरेश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी. कोरोना के दौरान नरेश जोरार स्थित घर आकर रहने लगा एवं अपना हुलिया बदल लिया था, जिससे आसपास के लोग भी उसे नहीं पहचान पाए. एसएसपी को गुप्त सूचना मिली की नरेश जोरार में छिपा है. उनकी सूचना पर ग्रामीण एसपी के निर्देशन में गठित टीम ने घर से गिरफ्तार किया. टीम में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, पीएसआई अनिमेष शांतिकारी, पीएसआई आकाश कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल थे. उन्होंने बताया कि 8 मार्च 2021 को खरसीदाग ओपी क्षेत्र के कुटीयातु से बरामद नक़ली शराब मामले में भी नरेश की संलिप्तता सामने आई थी.
Posted By : Guru Swarup Mishra