नेशनल गेम्स घोटाले में CBI ने दर्ज की प्राथमिकी, चार को बनाया नामजद आरोपी
सीबीआइ ने 34वें नेशनल गेम्स घोटाले मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है. दर्ज प्राथमिकी में आरके आनंद सहित चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. वहीं, मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स घोटाले में अज्ञात सरकारी अधिकारियों व अज्ञात गैर सरकारी लोगों को अभियुक्त बनाया गया है.
रांची : हाइकोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ ने 34वें नेशनल गेम्स और मेगा स्पोर्ट्स निर्माण घोटाला में प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पटना सीबीआइ (एसीबी) के डीएसपी सुरेंद्र दीपावत को मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और इंस्पेक्टर श्रीनारायण को नेशनल गेम घोटाले का जांच अधिकारी बनाया गया है.
सीबीआइ ने 34वें नेशनल गेम्स घोटाले में दर्ज प्राथमिकी में आरके आनंद सहित चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. वहीं, मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स घोटाले में अज्ञात सरकारी अधिकारियों व अज्ञात गैर सरकारी लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. 34वें नेशनल गेम्स के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में आयोजन समिति के अध्यक्ष आरके आनंद, सचिव एसएम हाशमी, कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक और तत्कालीन खेल निदेशक वन सेवा के अधिकारी पीसी मिश्रा को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
इस सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में यह कहा गया है कि हाइकोर्ट के निर्देश के आलोक में निगरानी थाना में दर्ज प्राथमिक संख्या 94/2010 को जांच के लिए सीबीआइ में दर्ज किया गया है. चारों अभियुक्तों को आइपीसी की धारा 120 (बी), 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) सहपठित धारा 13 (1)(डी) के तहत आरोपी बनाया गया है. मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स निर्माण घोटाले के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में झारखंड अगेंस्ट करप्शन की ओर से दायर याचिका में दिये गये आदेश को आधार बनाया गया है.
इस याचिका में मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण के मुद्दे पर विधानसभा की समिति द्वारा की गयी अनुशंसा के आलोक में हाइकोर्ट के निर्देश के बावजूद निगरानी द्वारा जांच नहीं करने को संज्ञेय अपराध माना गया.
Posted By: Sameer Oraon