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राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस: केरल से लौटी विधानसभा की टीम, झारखंड की पंचायती राज संस्थाएं ऐसे बनेंगी मजबूत

झारखंड में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लक्ष्य को लेकर झारखंड विधानसभा के सदस्यगण, निदेशक पंचायती राज एवं CSO- फोरम के प्रतिनिधि केरल में पंचायतीराज व्यवस्था के अध्ययन के लिए 19 से 23 अप्रैल तक केरल की यात्रा पर रहे.

रांची: आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस है. इसे लेकर 21 अप्रैल से 24 अप्रैल तक पंचायत स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इधर, झारखंड विधानसभा की टीम शैक्षणिक भ्रमण पर केरल गयी थी. केरल के अनुभव से झारखंड की पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत किया जाएगा. भ्रमण दल में विधायक सरयू राय, विनोद सिंह, समीर मोहन्ती, अमित मंडल, शिल्पी नेहा तिर्की, मथुरा महतो, लम्बोदर महतो एवं पंचायती राज विभाग की निदेशक निशा उरांव शामिल थे.

21 अप्रैल से 24 अप्रैल तक कार्यक्रमों का आयोजन

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर दिनांक 21 अप्रैल से 24 अप्रैल तक ग्राम पंचायत स्तर पर स्थानीय सतत विकास लक्ष्य के अंतर्गत विषयवार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसी क्रम में 21 अप्रैल को “हमारा पंचायत स्वच्छ-स्वस्थ, महिला एवं बाल मैत्री ग्राम पंचायत”, 22 अप्रैल को “सुशासन ग्राम पंचायत- ग्राम पंचायत की योजना एवं हिसाब हर घर के पास”, 23 अप्रैल को “हरा, स्वच्छ, जल प्रचुर एवं जल संपन्न ग्राम पंचायत” एवं 24 अप्रैल को “आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा एवं सुशासन ग्राम पंचायत-सब हाथ जुड़ते जाएं पंचायत को आगे बढ़ाते जाएं” संबंधित कार्यक्रम किए गए. कार्यक्रम की शुरुआत गांव-गांव स्वच्छता अभियान, प्रभातफेरी, स्वच्छता शपथ, खेल-कूद एवं सेफ्टी ऑडिट कार्यक्रम से की गयी.

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बेहतर कार्य करने वाले सम्मानित

दूसरे दिन प्रत्येक गांव में पंचायत द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को ग्राम पंचायत में बताया गया. तीसरे दिन पानी की गंभीर समस्या की स्थिति को गांव-गांव चिह्नित किया गया एवं पौधरोपण, तालाब गहरीकरण इत्यादि की योजना बनायी गयी. कार्यक्रम के अंतिम दिन पंचायत स्तर के कर्मियों के साथ बैठक की गयी एवं सामूहिक रूप से पंचायत को आगे बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनायी गयी. पंचायत एवं कर्मियों के बीच मासिक बैठक का निर्णय लिया गया एवं “पुरस्कार वितरण” का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं, बच्चों, मनरेगा कर्मियों, अध्यापकों एवं अन्य कर्मियों को प्रशंसनीय कार्य करने के लिए सम्म्मानित किया गया.

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शैक्षणिक भ्रमण पर थी विधानसभा की टीम

झारखंड में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लक्ष्य को लेकर झारखंड विधानसभा के सदस्यगण, निदेशक पंचायती राज एवं CSO- फोरम के प्रतिनिधि केरल में पंचायतीराज व्यवस्था के अध्ययन के लिए 19 से 23 अप्रैल तक केरल की यात्रा पर रहे. इस दौरान सदस्यों ने केरल में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत बनाने के संबंध में स्थानीय स्वशासन विभाग एवं KILA (केरला इंस्टीट्यूट ऑफ़ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन) के पदाधिकारियों से जानकारी ली. शैक्षणिक भ्रमण दल द्वारा प्रत्यक्ष जानकारी के लिए केरल के विभिन्न ग्राम पंचायतों का भ्रमण किया गया. भ्रमण का मुख्य उद्देश्य केरल के अनुभव को झारखंड की पंचायतीराज व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए किया जाएगा.

पंचायती राज व्यवस्था के 30 वर्ष पूरे

पंचायती राज निदेशक निशा उरांव ने बताया कि आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर पंचायती राज व्यवस्था के 30 वर्ष पूर्ण हो गये हैं. स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक व्यवस्था को सशक्त बनाने से सरकारी योजनाएं सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचेंगी और ग्रामीण क्षेत्रों का पूर्ण विकास होगा. राज्य और देश को विकसित बनाने के लिए गांव की स्वशासन व्यवस्था को मज़बूत बनाना ज़रूरी है.

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