National Sports Day 2021, रांची न्यूज (संजय कुमार) : 2005 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा द्वारा खरसावां में संचालित आर्चरी अकादमी में 2005 में शामिल हुई. उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 2006 में हुई, जब उन्होंने टाटा तीरंदाजी अकादमी ज्वाइन किया. इस युवा तीरंदाज ने 2006 में मैरीदा मेक्सिको में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में कम्पाउंड एकल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया. ऐसा करने वाली वे दूसरी भारतीय थीं. यहां से शुरू हुए सफर ने उन्हें विश्व की नम्बर वन तीरंदाज का तमगा दिलाया.
विश्व के नंबर 1 तीरंदाज दीपिका कुमारी का जन्म 13 जून 1994 को झारखंड की राजधानी रांची के डेली मार्केट रातू चट्टी में हुआ था. उनके पिता ऑटो चालक शिवनारायण महतो एवं माता एएनएम गीता देवी हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा एपीजी स्कूल आमट़ांड़ में हुई थी. बचपन से ही दीपिका अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रही हैं.
बचपन में वह अपनी मां के साथ जा रही थीं कि रास्ते में एक आम का पेड़ दिखा. दीपिका ने कहा कि वो आम तोड़ेगी. मां ने मना किया कि आम बहुत ऊंची डाल पर है, वो नहीं तोड़ पायेगी, तो उसने कहा, नहीं आज तो मैं इसे तोड़ कर ही रहूंगी. उसने पत्थर उठा कर निशाना साधा और पत्थर सीधे टहनी से टकराया और आम गिर गया. इसी बीच वह अपनी मौसी के घर गईं, जहां उन्होंने तीरंदाजी देखी. उसके बाद से वह तीरंदाज बनने की ठान लीं.
सबसे पहले वर्ष 2009 में महज 15 वर्ष की दीपिका ने अमेरिका में हुई 11वीं यूथ आर्चरी चैम्पियनशिप जीत कर अपनी उपस्थिति जाहिर की थी. फिर 2010 में एशियन गेम्स में कांस्य पदक हासिल किया. इसके बाद इसी वर्ष कॉमनवेल्थ खेलों में महिला एकल और टीम के साथ दो स्वर्ण हासिल किये. राष्ट्रमंडल खेल 2010 में उन्होंने न सिर्फ व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण जीते, बल्कि महिला रिकर्व टीम को भी स्वर्ण दिलाया. भारतीय तीरंदाजी के इतिहास में वर्ष 2010 की जब-जब चर्चा होगी, इसे देश की रिकर्व तीरंदाज दीपिका के स्वर्णिम प्रदर्शनों के लिए याद किया जाएगा.
इस्तांबुल में 2011 में और टोक्यो में 2012 में एकल खेलों में रजत पदक जीता. इस तरह एक-एक कर वे जीत पर जीत हासिल करती गईं. इसके लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया गया. 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दीपिका को पद्म श्री से सम्मानित किया था. इन्होंने तीरंदाजी में रियो व टोक्यो में आयोजित ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इनकी शादी टालीगंज कोलकाता निवासी तीरंदाज अतनु दास के साथ 29 जून 2020 को संपन्न हुई.
Posted By : Guru Swarup Mishra