राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस: जयंती पर सीयूजे में याद किए गए भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रो प्रशांत चंद्र महालनोबिस
डॉ परिदा ने स्वागत भाषण में प्रोफेसर महालनोबिस के उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. प्रो पांडा ने प्रोफेसर महालनोबिस के जीवन एवं उनके भारतीय सांख्यिकी में योगदान की विस्तार से जानकारी दी.
रांची: केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड में सांख्यिकी और गणित विभाग के आपसी सहयोग से गुरुवार को भारतीय सांख्यिकी के जनक और भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता के संस्थापक स्व प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्धघाटन कुलपति प्रभारी प्रोफेसर रतन कुमार डे ने किया. उन्होंने प्रो महालनोबिस के भारतीय सांख्यिकी में उल्लेखनीय योगदान का जिक्र किया. उन्होंने कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास को सांख्यिकी विभाग शुरू करने को लेकर धन्यवाद दिया.
भारतीय सांख्यिकी में योगदान की दी जानकारी
इस महत्वपूर्ण दिवस पर उत्कल यूनिवर्सिटी, ओडिसा के पूर्व प्रोफेसर जगन्नाथ पटेल (गणित विभाग), डॉ जय नारायण नायक, ओएसडी, सीयूजे, प्रो प्रदीप कुमार परिदा, प्रो कुंज बिहारी पंडा और डॉ हृषिकेश महतो मौजूद थे. डॉ परिदा ने स्वागत भाषण में प्रोफेसर महालनोबिस के उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. प्रो पांडा ने प्रोफेसर महालनोबिस के जीवन एवं उनके भारतीय सांख्यिकी में योगदान की विस्तार से जानकारी दी.
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करियर के अवसर की भी दी गयी जानकारी
डॉ नायक ने अर्थशास्त्र में प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस के योगदान को बताया. प्रो पटेल ने प्रोफेसर महालनोबिस के भौतिक, सांख्यिकी और अर्थशास्त्र को संयोजन के रूप में वर्णित किया. अंत में डॉ महतो ने मंच पर उपस्थित गणमान्य लोगों, रिसर्च स्कॉलर और विद्यार्थी को धन्यवाद ज्ञापित किया. इस आयोजन में गोपा चट्टोपाध्याय, पूर्व डीजी, डीजीसीआईएस, कोलकाता और सुभाषीश पंडा, सीनियर डाटा साइंटिस्ट, एमएनसी कंपनी डी शॉ ने कार्यक्रम में ऑनलाइन शामिल होकर भारतीय सांख्यिकीय प्रणाली और डाटा साइंस में करियर के अवसर पर विस्तार से बताया.