रांची: कोरोना (कोविड-19) महामारी झेल चुके लोगों में कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याएं देखने को मिल रही हैं. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने ‘नेशनल मेंटल टेली हेल्थ प्रोग्राम’ शुरू किया है. इसके तहत ‘टेली मानस सेल’ से जुड़े मनोचिकित्सक टेलीफोनिक काउंसेलिंग के जरिये लोगों के मानसिक आघातों पर मरहम लगायेंगे. कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर मानसिक समस्या से जुड़ी सलाह ले सकता है.
अगर उसे शारीरिक परेशानी होगी, तो उसकी समस्या संबंधित चिकित्सक को रेफर कर दी जायेगी.‘नेशनल मेंटल टेली हेल्थ प्रोग्राम’ के तहत देश भर में राज्य सरकार के सहयोग से निमहांस, तेजपुरस, दिल्ली, शहादरा, चंडीगढ़, झारखंड सहित कुल छह रिजनल को-अॉर्डिनेशन सेंटर बनाये गये हैं. झारखंड में राज्य सरकार द्वारा सीआइपी को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है.
सीआइपी में ‘टेली मानस सेल’ का गठन किया गया है. इस रिजनल को-अॉर्डिनेशन सेंटर के तहत झारखंड, बिहार, बंगाल, अोड़िशा, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश को शामिल किया गया है. सीआइपी के निदेशक प्रो वासुदेव दास कहते हैं कि संस्थान में मेंटरिंग इंस्टीट्यूट व राज्य टेली मानस सेल के लिए चिकित्सक व काउंसेलर की नियुक्ति की जा रही है. इंस्टीट्यूट व सेल के लिए डेढ़-डेढ़ लाख मानदेय पर दो असिस्टेंट प्रोफेसर/वरिष्ठ सलाहकार की नियुक्ति होगी.
केंद्र ने सीआइपी को मेंटरिंग इंस्टीट्यूट के रूप में चयन किया है. देश भर में सीआइपी को मिलाकर कुल 23 संस्थान/अस्पताल को मेंटरिंग इंस्टीट्यूट के रूप में चयन किया गया है. 10 अक्तूबर को वर्ल्ड हेल्थ डे के दिन देश भर में इसे लांच किया जायेगा. इसी दिन हेल्प लाइन नंबर जारी होगा.
– प्रो वासुदेव दास, निदेशक सीआइपी