कर्नाटक के हुबली में 12 जनवरी से राष्ट्रीय युवा महोत्सव हो रहा है. इसके लिए झारखंड सरकार की कल्चरल टीम को निदेशालय ने कर्नाटक भेजने के लिए बुलाया था. मंगलवार को जब झारखंड के सभी जिलों से 100 से अधिक प्रतिभागी रांची पहुंचे तो उनसे कहा गया कि ट्रेन का टिकट नहीं हो पाया है. आप सभी घर चले जायें. इसमें कुछ ऐसे प्रतिभागी भी थे, जो सोमवार को ही रांची पहुंच गये थे.
उनको भी एक दिन बाद बताया गया कि टिकट नहीं हो पाया है. निराश प्रतिभागियों ने कहा कि इस महोत्सव का इंतजार बेसब्री से था. हमारी सारी मेहनत बेकार हो गयी. हमलोगों ने क्या गलती की. इस ठंड में रांची आये और एक झटके में कह दिया गया कि टिकट नहीं मिला. अगर झारखंड की टीम जाती तो पक्का पदक जीत कर लाती. दो साल पहले लखनऊ में हुए युवा महोत्सव में झारखंड को पूरे देश में दूसरा स्थान मिला था.
हमसे पहले एनएसएस और नेहरू युवा केंद्र की टीम हुबली चली गयी. जानकारी के अनुसार, धनबाद, हजारीबाग, बोकारो और झारखंड के अन्य जिलों से कल्चरल टीम के सदस्य सोमवार व मंगलवार को रांची पहुंचे थे. इन्हें मोरहाबादी स्थित हॉकी स्टेडियम में ठहराया गया था.
खेल निदेशक सरोजनी लकड़ा ने कहा कि राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल होने का पत्र हमें देर से मिला. इसके बाद टीम तय की गयी. जब स्लीपर क्लास के टिकट के लिए रेलवे को पत्र भेजा गया तो पता चला कि सीट नहीं है. इसके बाद विभाग की ओर से एसी बोगी का भी टिकट कटवाने की कोशिश की गयी, लेकिन वह भी नहीं मिला. टीम के नहीं जा पाने का हमें भी अफसोस है. अब सभी को घर भेजने का इंतजाम निदेशालय की ओर से किया जा रहा है.