रांची : राज्य सरकार ने रांची इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरो साइकेट्री एंड एलाइड साइंसेस (रिनपास) में विभिन्न पदों पर अनुबंध पर नियुक्ति की स्वीकृति प्रदान की है. इसके तहत रिनपास प्रबंधन ने 44 पदों पर नियुक्ति के लिए योग्य उम्मीदवारों से चार दिसंबर तक स्पीड पोस्ट/निबंधित डाक से आवेदन मांग है. रिनपास में साइकेट्रिक नर्स के 18 पदों पर नियुक्ति की जा रही है. इस पद के लिए योग्यता प्लस टू या आइएससी (पीसीबी) के साथ भारतीय नर्सिंग काउंसिल से मान्यता प्राप्त जीएनएम डिप्लोमा होना चाहिए. इस पद पर कार्य करने का एक वर्ष का अनुभव भी चाहिए.
लिखित परीक्षा से होगी
सभी पदों पर लिखित परीक्षा के माध्यम से नियुक्ति होगी. परीक्षा हिंदी/अंग्रेजी में होगी. इसमें 30 प्रश्न सामान्य अध्ययन के तथा 30 प्रश्न विज्ञान एवं गणित से तथा 60 प्रश्न जेएनएम से संबंधित होंगे. सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे. नियुक्त अभ्यर्थी को प्रतिमाह 42,628 रुपये मानदेय का भुगतान किया जायेगा. इसी प्रकार संस्थान में पुरुष वार्डन के 12 पद और महिला वार्डन के 12 पदों पर भी नियुक्ति की जायेगी. इसकी योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से मैट्रिक उत्तीर्ण होना चाहिए. इसके लिए लिखित परीक्षा में प्रश्न पत्र हिंदी/अंग्रेजी में होंगे. इसमें सामान्य अध्ययन के 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जायेंगे. इसके लिए अभ्यर्थी को एक वर्ष का कार्य अनुभव जरूरी है. नियुक्त अभ्यर्थी का मानदेय 22,204 रुपये प्रतिमाह होगा. पुरुष वार्डन के लिए सामान्य/पिछड़ी जाति के अभ्यर्थी की ऊंचाई 160 सेमी और एसटी/एससी अभ्यर्थी के लिए 155 सेमी निर्धारित है. वहीं, सामान्य/पिछड़ी जाति की महिला अभ्यर्थी के लिए ऊंचाई 148 सेमी तथा एससी/एसटी अभ्यर्थी के लिए ऊंचाई कम से कम 148 सेमी होनी चाहिए.
न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए
नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए. न्यूनतम उम्र सीमा की गणना एक अगस्त 2023 से होगी. अधिकतम उम्र सीमा सामान्य जाति के लिए 35 वर्ष, पिछड़ी जाति के लिए 37 वर्ष, महिला के लिए 38 वर्ष तथा एससी/एसटी के लिए 40 वर्ष होगी.
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हो रही है नियुक्ति : निदेशक
रिनपान की निदेशक डॉ जयति सिमलई ने कहा है कि संस्थान के कार्य सुचारू रूप से चले, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत एक वर्ष के लिए अनुबंध पर इतनी संख्या में पहली बार नियुक्ति की जा रही है. मरीजों को बेहतर सुविधा मिले. यह सरकार व रिनपास प्रबंधन की पहली प्राथमिकता है.