रिम्स में इलाज करा रहे नक्सली को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पहचान छिपाकर करवा रहा था इलाज
बरियातू थानेदार को यह पता चला कि निर्मल मुंडा के खिलाफ नक्सली घटनाओं में शामिल होने के आरोप में सिर्फ चाईबासा जिला में तीन- चार केस पहले से दर्ज है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार निर्मल मुंडा वर्ष 2016-17 में नक्सली संगठन में सक्रिय रहा था.
रांची : रिम्स में इलाज करा रहे नक्सली निर्मल मुंडा को शनिवार को बरियातू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह रिम्स के ऑर्थो वार्ड में करीब एक सप्ताह से अपनी पहचान छिपाकर इलाज करवा रहा था. वह मूल रूप से खूंटी जिला के अड़की थाना क्षेत्र का रहनेवाला है. उसने बरियातू थानेदार को बताया कि वह चाईबासा के टेंडर कोचा में अभियान के दौरान पुलिस को उड़ाने के लिए पाइप बम लगा रहा था. इसी दौरान पाइप बम फट जाने की वजह से उसके दोनों पैर उड़ गये थे. उसने यह भी बताया कि वह चाईबासा में नक्सलियों के साथ पुलिस के खिलाफ कई एनकाउंटर में शामिल रहा है. इसमें टोकलो और कुचाई एनकाउंटर में भी शामिल रहा था. वह पुलिस के खिलाफ जिस एनकाउंटर में शामिल रहा है.
उसमें अभी तक तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है. पहले उसका इलाज परिजनों द्वारा स्थानीय स्तर पर कराया जा रहा था. लेकिन दोनों पैर उड़ जाने की कारण उसकी स्थिति गंभीर होती जा रही थी. इस वजह से उसे इलाज के लिए लेकर रिम्स परिजन पहुंचे थे. लेकिन निर्मल मुंडा एक नक्सली है. इसकी जानकारी परिजनों ने इलाज में लगे चिकित्सकों से छिपा रखा था. बरियातू पुलिस के अनुसार घायल व्यक्ति के पता के आधार पर जब बरियातू थानेदार को शुक्रवार को संदेह हुआ. तब उन्होंने इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को देते हुए निर्मल मुंडा के बारे में पूरा पता लगाया. जिसके बाद बरियातू थानेदार को यह पता चला कि निर्मल मुंडा के खिलाफ नक्सली घटनाओं में शामिल होने के आरोप में सिर्फ चाईबासा जिला में तीन- चार केस पहले से दर्ज है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार निर्मल मुंडा वर्ष 2016-17 में नक्सली संगठन में सक्रिय रहा था.
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वह पहले खूंटी के एरिया में सक्रिय रहा था. लेकिन बाद में वह खूंटी में संगठन के कमजोर होने की वजह से वह सरायकेला ट्राइजंक्सन के इलाके में आकर नक्सली दस्ता के साथ सक्रिय रहा था. आरोपी के खिलाफ खूंटी और सरायकेला- खरसावां जिला में कितने केस दर्ज हैं. इसके बारे भी पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है. निर्मल मुंडा ने पूछताछ में यह भी बताया है कि वह करीब 12 वर्ष पूर्व संगठन में शामिल हुआ हुआ था. लेकिन सक्रिय 2016- 17 से हुआ था. पुलिस उससे पूछताछ कर अन्य साथी नक्सलियों के बारे पता लगाने का प्रयास कर रही है.