अमन तिवारी, रांची़ पुलिस की नजर में फरार 15 लाख रुपये का इनामी भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का रिजनल कमेटी सदस्य पुलिस द्वारा वायरलेस पर की जानेवाली बात भी सुन लेता है. इस बात का खुलासा गुमला पुलिस द्वारा हाल में गिरफ्तार नक्सली जोनल कमांडर रंथू उरांव ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में किया है. रंथू उरांव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे वर्तमान में दस्ता के पास उपलब्ध वायरलेस सेट और रेडियाे इंटरसेप्टर के बारे में पूछताछ की थी. रंथू उरांव ने बताया है कि दस्ता में पहले शंतु नेशनल, मनीष, नवीन, सुजीत उर्फ छोटू खैरवार, प्रदीप, रवींद्र गंझू और नीरज के पास मोटोरोला का वायरलेस सेट था. ये सभी पहले अपने-अपने दस्ता में वायरलेस सेट साथ लेकर चलते थे. वर्तमान में नक्सली रवींद्र गंझू के पास एक सोनी कंपनी का रेडियो इंटरसेप्टर है, जिससे वह जंगल में बैठ कर पुलिस की बातें सुनता है. रवींद्र गंझू का पूरा नाम कमलेश उर्फ सुरेंद्र गंझू है. वह लातेहार जिला के हेसल बांझी टोला का रहने वाला है. वर्तमान में संगठन में उसका पद लोहरदगा जोन रिजनल कमांडर के साथ-साथ सैनिक चीफ का भी है. वह एके- 47 हथियार लेकर चलता है. उसके दस्ता में कुल 21 लोग काम कर चुके हैं. इसमें मुंशी जी, शीतल मोची, चंद्रभान मुंडा, अघनु गंझू, सूरजनाथ खेरवार, टामा, संजय नगेशिया, बालक गंझू, मारकुश नगेशिया, दिनेश नगेशिया, गोविंद बृजिया, शीला कुमारी, कलशमुनी कुमारी, शैलेश्वर उरांव, धनई उरांव, राजन और मुन्ना शामिल हैं. दो महिला संगठन छोड़कर लौट चुकी हैं घर जोनल कमांडर रंथू उरांव ने पूछताछ में वैसी महिला नक्सलियों के नाम का भी खुलासा किया, जो संगठन छोड़कर अपने घर लौट चुकी हैं. इसमें लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र निवासी सुनीता और प्रमिला कुमारी शामिल हैं.
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