सैनिकों की ड्यूटी जिम्मेदारी नहीं बल्कि एक तपस्या : प्रधानाचार्य
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में शनिवार को एनसीसी दिवस पूरे भक्ति भाव से मनाया गया.
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में एनसीसी दिवस मनाया
डकरा. सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में शनिवार को एनसीसी दिवस पूरे भक्ति भाव से मनाया गया. देश सर्वोपरी और देशभक्ति की थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय के भैया-बहनों ने एनसीसी के महत्व पर विस्तारपूर्वक चर्चा की. देशभक्ति गीत और नृत्य की प्रस्तुति दी. इस अवसर पर भारतीय सेना के महत्व को बताते हुए प्रधानाचार्य गोपाल मिस्त्री विश्वकर्मा ने कहा कि हम चैन से जीवन जी पाते हैं क्योंकि हमारी रक्षा के लिए हमारे वीर सैनिक निर्भीक होकर सीमा पर तैनात हैं. सैनिकों की ड्यूटी महज एक जिम्मेदारी नहीं बल्कि एक तपस्या है, जहां दुश्मनों के साथ-साथ कठिन मौसम से भी लड़ते हैं. इस कार्य के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत होना पड़ता है. एनसीसी भावी सैनिकों को यह सभी सिखाता है. समय के साथ एनसीसी कैडेट्स समाज में अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा का भी मिसाल कायम करते हैं. एनसीसी एएनओ टीशु कुमार गुप्ता ने कहा कि एनसीसी महत्वपूर्ण युवा संगठन के संस्थापक सिद्धांतों और उद्देश्यों को मनाने के लिए मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं में चरित्र साहस, अनुशासन नेतृत्व, धर्मनिरपेक्ष व नि:स्वार्थ सेवा के आदर्शों का विकास कर उन्हें उपयोगी नागरिक बनाना होता है. कार्यक्रम को प्रियांशु पाल, प्रतीज्ञा सिंह, कुमार कौशल, खुशी कुमारी, यीशु राज, श्रवण कुमार ने किया. इस अवसर पर 40 कैडेट्स और विद्यालय के सभी शिक्षक और बच्चे मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है