रांची: एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के ताजा आंकड़े की मानें, तो पूरे देश में भीख मांगने के लिए बच्चों के अपहरण के मामले में झारखंड वर्ष 2021 में तीसरे नंबर पर रहा था. आंकड़े के अनुसार पूरे देश में बच्चों को भीख मंगवाने के लिए अपहरण के 37 मामले दर्ज हुए थे.
वहीं कुल 41 बच्चों का अपहरण हुआ था. इनममें 13 मामले असम के, जबकि नौ मामले महाराष्ट्र के थे. तीसरे नंबर पर झारखंड का स्थान रहा था. यहां कुल सात मामले दर्ज किये गये थे. इनमें भीख मांगने के लिए नौ बच्चों का अपहरण हुआ था. वहीं झारखंड से 147 बच्चों का अपहरण शादी का दबाव देने के लिए हुआ था. इसके अलावा 78 बच्चों का अपहरण मानव तस्करी के लिए हुआ था. इस मामले में कुल 49 केस दर्ज किये गये थे.
एनसीआरबी के ताजा आंकड़े के अनुसार देश में सबसे अधिक दंगे 2021 में झारखंड में हुए थे. इस दौरान पूरे देश में कुल 387 दंगे हुए थे. इसमें 100 दंगे सिर्फ झारखंड में हुए थे. महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर रहा था. वहां 77 दंगे हुए थे. इसी तरह बिहार का स्थान तीसरे नंबर पर रहा था. वहां 51 दंगे हुए थे.
माकपा ने उस मीडिया रिपोर्ट के आधार पर चिंता जतायी है, जिसमें झारखंड के अंदर सबसे ज्यादा दंगे होने का जिक्र किया गया है. पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि झारखंड के धर्मनिरपेक्ष दलों, प्रगतिशील सामाजिक संगठनों और श्रमिक संगठनों के लिए यह चिंता का विषय है.
पार्टी ने एक मीडिया रिपोर्ट का जिक्र किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के वर्ष 2021 के आंकड़ों से जुड़े तथ्यों के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की गयी है. इसमें साल 2021 में पूरे देश में छोटे-बड़े कुल 378 सांप्रदायिक दंगे होने का जिक्र है, इसमें से अकेले झारखंड में 100 दंगे घटित होने की चर्चा है. माकपा राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने नफरत फैलाने वाले संगठनों के खिलाफ मुहिम चलाने की बात कही.
Posted By: Sameer Oraon