रांची.
भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले तीन माह से झारखंड में कैंप किये हुए हैं. झारखंड में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में 50 से अधिक चुनावी सभाएं कर चुके हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के साथ-साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रालय का कार्य भी संभाल रहे हैं. चुनाव प्रचार से समय निकाल कर श्री चौहान शनिवार को प्रभात खबर कार्यालय पहुंचे और प्रभात संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने कांग्रेस व झामुमो सरकार पर निशाना साधा. साथ ही दावा किया कि झारखंड में भाजपा व एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. सरना कोड व 1932 के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी इस पर सुविचारित फैसला लेगी. श्री चौहान ने संवाद के दौरान वर्तमान राजनीतिक मुद्दों पर खुल कर अपनी बाते रखीं. प्रस्तुत है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश. सवाल : आप पिछले 90-92 दिनों से झारखंड में हैं. 50 से ज्यादा सभाएं कर चुके हैं. गांव-गली घूमे, कैसा लगा झारखंड?जवाब : झारखंड बहुत सुंदर प्रदेश है. यह राज्य जल संपदा, वन संपदा व खनिज संपदा भरा है. इस राज्य को प्रकृति ने भरपूर दिया है. यह अमीर धरती है, जिस पर गरीब लोग निवास करते हैं. संसाधनों का उचित ढंग से दोहन ही इस राज्य को ऊंचाइयों तक ले जायेगा. यहां की धरती समृद्ध है. यहां के लोग बहुत ही भोले-भाले व वीर हैं. अन्याय सहन करने की परंपरा झारखंड में नहीं रही है. जरूरत है यहां गुड गवर्नेंस की. इस प्रदेश में व्यापक संभावनाएं हैं. रघुवर दास जी ने पांच साल में डेवलपमेंट के कई कार्य किये. अगर ढंग से विजनरी काम करने वाली सरकार हो, राज्य का अच्छे तरीके से विकास होगा. मुझे पूर्ण विश्वास है कि भाजपा-एनडीए की सरकार झारखंड में आयेगी. झारखंड बहुत आगे बढ़ेगा. राज्य के विकास के लिए मोदीजी के मन में भी बहुत तड़प है. हम देख सकते हैं कि मोदी जी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली समृद्ध देश का निर्माण हो रहा है. यह सब जानते हैं. 2014 के पहले जो स्थिति थी और आज भारत की जो स्थिति है, उसमें मजबूत ताकत के साथ भारत खड़ा है. हमें अब कोई अनदेखा नहीं कर सकता है. तेजी से देश आगे बढ़ रहा है. झारखंड में डबल इंजन की सरकार बनती है, तो यहां भी विकास होगा. यहां तो दूसरी सरकार इस कोशिश में लगी रही कि मोदी जी की योजना को ढंग से लागू नहीं करो, नहीं तो मोदी जी का नाम होगा. पंच प्रण हमारा केवल राजनीतिक एजेंडा नहीं है. जनता की जिंदगी बदलने का हमारा प्रयास है. हम लोगों की जिंदगी बदलना चाहते हैं. आप देखेंगे कि अलग-अलग राज्यों में जहां भाजपा व एनडीए की सरकार है, वहां गुड गवर्नेंस व जन कल्याण के काम हुए हैं और हो रहे हैं. इसलिए झारखंड को हम बदलना चाहते हैं. हमारी सरकार बनी, तो एक तरफ भौतिक व इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा. काम धंधे, रोजगार पर हम ध्यान देंगे. दूसरी तरफ सुरक्षित झारखंड होगा. यहां तो अभी लॉ एंड ऑर्डर नाम की चीज ही नहीं है. मां, बेटी, बहन का सम्मानजनक स्थान होगा. हमने जो भी चीजें कही हैं, वह पूरी होंगी. जैसे नौकरी के 2.87 लाख पद एक साल में भर देंगे. शैक्षणिक कैलेंडर बनायेंगे. समय पर परीक्षा होगी, रिजल्ट जारी होगा व नियुक्ति पत्र मिलेंगे. इसके अलावा रोजगार के अवसर सृजित होंगे. झारखंड को बदलना हमारा संकल्प है. इतना सुंदर झारखंड, इतने अच्छे लोग. यह प्रदेश आगे बढ़े. मन से मुझे यह लगता है और इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
सवाल : एक केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री को महीनों कैंप करना पड़ा. नरेंद्र मोदी, अमित शाह से लेकर आपके दर्जनों स्टार कैंपेनर आये. क्या हेमंत सोरेन ने वाकई आप लोगों को थका दिया?जवाब : किसी भी चुनाव को देख लीजिये. महाराष्ट्र में सब लोग लगे. इसके पहले हरियाणा में चुनाव हुए. जम्मू-कश्मीर में चुनाव हुए. हर चुनाव को भारतीय जनता पार्टी काफी गंभीरता से लेती है. चुनाव ही तो लोकतंत्र के प्राण हैं. चुनाव के माध्यम से ही तो जनता का, जनता के द्वारा व जनता के लिए शासन है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव गंभीरता से लड़ती है. कार्यकर्ता के नाते केवल झारखंड ही नहीं, हर प्रदेश में जहां चुनाव होते हैं, वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता सब लगते हैं. मेहनत करते हैं और कोशिश करते हैं कि हम चुनाव जीतें.
सवाल : आप चुनाव जिताने वाले मैजिक मास्टर माने जाते हैं. भाजपा को इस चुनाव में कहां खड़ा पाते हैं. 43 सीटों पर चुनाव संपन्न भी हो गये.जवाब : भाजपा पूरी मजबूती से चुनाव में खड़ी है. पहले फेज की सभी 43 सीटों पर हम जीत दर्ज करेंगे.
सवाल : आदिवासी सीटों पर किस तरह प्रदर्शन की उम्मीद है? पिछली बार तो कोल्हान में खाता भी नहीं खुला था?जवाब : भारतीय जनता पार्टी कोल्हान में अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी. हमारे वरिष्ठ नेता चाहे अर्जुन मुंडा जी हों, चंपाई सोरेन जी हों या कार्यकर्ताओं की पूरी टीम. सभी ने काफी मेहनत से लड़ाई लड़ी है. सबसे बड़ी बात है कि झारखंड परिवर्तन चाहता है. यहां गवर्नेंस नाम की कोई चीज नहीं है. इन्होंने पूरी तरह से झारखंड को तबाह और बर्बाद कर दिया है. जनता को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. यही इस चुनाव में परिवर्तन का सबसे बड़ा फैक्टर होगा. कोल्हान में भी भारतीय जनता पार्टी और एनडीए शानदार सफलता प्राप्त कर रही है.
सवाल : मंईयां सम्मान योजना को सरकार मास्टर स्ट्रोक मान रही है. एनडीए का भी पूरा कैंपेन मंईयां सम्मान योजना को काउंटर करने के इर्द-गिर्द रहा. कितना असर है इस योजना का?जवाब : चुनाव के दो महीने पहले मंईयां का सम्मान याद आया. हेमंत जी ने चार साल पहले कहा था कि वह हर महिला को हर माह दो हजार रुपये चूल्हा खर्च के लिए देंगे. मध्य प्रदेश का उदाहरण लें, तो वर्ष 2005 में मेरी सरकार बनी और मैं मुख्यमंत्री बना तो हमने वर्ष 2006 में लाडली लक्ष्मी योजना बनायी. हमने तय किया था कि बेटी देश की धरती पर बोझ नहीं होगी, बल्कि वरदान होगी. क्योंकि, वहां लिंगानुपात 912 था. तब बेटी लखपती पैदा हो, इस भाव से मैंने लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की. पैदा होते ही बच्ची के खाते में पैसा दिया. फिर उसे पढ़ाई से जोड़ा. जैसे-जैसे उनकी कक्षाएं बढ़ीं, पैसा उनके खाते में बढ़ा कर दिया. उसका असर हुआ कि सेक्स रेशियो बढ़ कर 972 हो गया. बेटियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदल दिया. मैंने कहा कि बेटी नहीं बचाओगे आगे क्या होगा. बेटियां नहीं होंगी, तो बहू कहां से लाओगे. उसके बाद मैंने नियुक्तियों व स्थानीय चुनाव में बेटियों को आरक्षण दिया. एक योजना बनायी थी कि मजदूर भाई-बहनों के घर बेटा-बेटी पैदा होने के पहले दो हजार व पैदा होने के बाद चार हजार रुपये खाता में देंगे. नहीं तो बच्चा पैदा होने पर चार दिन भी ये लोग आराम नहीं करते थे. महिला सशक्तीकरण हमारे दिल में है. इसका इस्तेमाल केवल चुनाव के लिए नहीं है. चुनाव में दो माह रह गये तो मंईयां सम्मान योजना शुरू कर दिया. इन्होंने यह योजना चुनाव जीतने के लिए बनायी है. मंईयां दीदी योजना का असर नहीं होगा. असर होगा गोगो दीदी योजना का.
सवाल : भाजपा तो शुरू में फ्री बीज का विरोध करती थी. आपने तो घोषणा पत्र में पूरा पिटारा ही खोल दिया. दूसरे राज्यों में कई योजनाएं चला रहे हैं?जवाब : भाजपा फ्री बीज नहीं दे रही है. जनता को सहूलियत और अधिकार देने की बात कर रही है. समाज में बेटियों को भी अधिकार है. उनको उनका हक देने की बात हो रही है. हमारी टीम पहले बजट पर वर्कआउट करती है. उसके बाद योजनाएं लायी जाती हैं. मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा वर्कआउट कर बनायी गयीं योजनाएं पूरी तरह से सफल रही हैं. वहां योजनाओं का कैपिटल एक्पेंडेचर घटा नहीं है, बल्कि बढ़ा है. हमें पता कि रुपया कहां जायेगा और कहां से आयेगा. बिना हिसाब-किताब के घोषणा करने पर दिक्कत आती ही है. कांग्रेस शासित राज्यों का हाल बुरा है. कर्नाटक में बिना तैयारी के लायी गयीं योजनाओं की वजह से बजट खराब हो गया है.
सवाल : राहुल गांधी कहते हैं कि आप विकास की बात नहीं करते हैं, धर्म व जाति में लोगों को बांट रहे हैं?जवाब : देश में अगर कोई विकास की बात करता है, तो वह भाजपा है. वर्ष 2004 से 2014 तक देश की क्या स्थिति थी. वर्ष 2014 में जब भाजपा की सरकार बनी, तब से हर क्षेत्र में विकास हुआ है. जहां राज्य में भी भाजपा की सरकार है, वहां विकास कार्य और तेजी से हुआ है. झारखंड को ही केंद्र से तीन लाख आठ हजार करोड़ से अधिक रुपये विकास कार्यों के लिए दिये गये हैं. झारखंड में देवघर में एयरपोर्ट बना, एम्स बना. राज्य का हाइवे देख लीजिये. विकास तो भाजपा ही करती है. भाजपा के नेतृत्व में ही विकास होता है. भाजपा सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास की बात करती है. कोई बांग्लादेश से आता है और हम कुछ न बोलें, इसमें देश व धर्म कहां से आया. झारखंड के लिए घुसपैठिये बड़ा खतरा हैं. वे यहां आते हैं और यहां की बेटियों से शादी करते हैं. इसके बाद जमीन खरीदते हैं. इसे नहीं रोका गया, तो हम कहीं के नहीं रहेंगे. आज संताल में आदिवासियों की आबादी 44 फीसदी से घटकर 24 फीसदी हो गयी है. इसे अनदेखा नहीं कर सकते हैं. अयोध्या में राम मंदिर बनाना, कश्मीर से धारा 370 हटाना व कॉमन सिविल कोड की बात करना सांप्रदायिक नहीं है. धर्म व जाति की बात तो राहुल गांधी करते हैं. कांग्रेस ने पहले धर्म के नाम पर देश को बांटा और अब कांग्रेस व राहुल गांधी जाति के नाम पर कोई देश को तोड़ रहे हैं. महात्मा गांधी ने कहा था कि आजादी के बाद कांग्रेस को समाप्त कर नयी पार्टी बनानी चाहिए, पर कांग्रेस ने आजादी का लाभ लेने के लिए ऐसा नहीं किया.
सवाल : सरना धर्म कोड और 32 के खतियान को लेकर भाजपा के घोषणा पत्र में कुछ नहीं है, क्या स्टैंड है आपकी पार्टी का?जवाब : भाजपा सुविचारित फैसला करेगी. यह हमने उसी दिन कह दिया था, जिस दिन घोषणा पत्र जारी किया गया था.
सवाल : भाजपा ने बड़े ही आक्रामक तरीके से घुसपैठ को मुद्दा बनाया. जमीनी स्तर पर ये मुद्दा लोगों तक पहुंच पाया?जवाब : पहुंचा है. घुसपैठिये क्षेत्र की डेमोग्राफी बदल दे रहे हैं. लोग मामले की गंभीरता समझ रहे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या इतनी अधिक हो गयी है कि आबादी का अनुपात बदल रहा है. आदिवासियों की जनसंख्या पर असर पड़ रहा है. हमें किसी भी जाति-धर्म के लोगों से दिक्कत नहीं है. लेकिन, वे हिंदुस्तानी होने चाहिए. घुसपैठियों की पहचान की जायेगी. बांग्लादेशी होंगे, तो हटाये जायेंगे.
सवाल : इस चुनाव में आपके कई पुराने साथी दूसरे दल में चले गये. आपने 37 ऐसे नये लोगों को उतारा है, जिन्होंने पिछला चुनाव नहीं लड़ा था, ऐसा क्यों?जवाब : देखिये, राजनीतिक में कई बार आना-जाना होता है. वोट जनता देती है. भारतीय जनता पार्टी का काम विकास, जनकल्याण या देश की सुरक्षा का है. लोगों को भाजपा पर विश्वास है. अगर कोई गया, तो कई आये भी हैं. इससे कोई अंतर नहीं पड़ेगा. विचारों के कारण लोग भाजपा से जुड़े हैं.
सवाल : जिस तरह आपने गठबंधन बनाने में बड़ा दिल दिखाया. जदयू-लोजपा को साथ लिया. झामुमो के साथ पहले भी सरकार बनायी है. राजनीतिक परिस्थिति आती है, तो क्या पुराना समीकरण संभव है?जवाब : एनडीए को भारी बहुमत मिलेगा. ऐसी कोई परिस्थिति उत्पन्न नहीं होने जा रही है. हम स्पष्ट बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी व एनडीए की सरकार बनाने जा रहे हैं.
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