रांची : राजधानी में करीब 60 दिन बाद शुक्रवार को एक साथ सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं. रांची में 27 संक्रमित पॉजिटिव पाये गये हैं. इनमें चार संक्रमित निजी अस्पताल में भर्ती थे. वहीं, छह पुलिसकर्मी भी संक्रमित पाये गये हैं. साथ ही मिलिट्री हॉस्पिटल रांची से छह कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी संक्रमितों को रिम्स और सीसीएल के कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया है.
छह पुलिसकर्मियाें में बरियातू, अरगोड़ा, धुर्वा, हिंदपीढ़ी, चुटिया और पुलिस लाइन थाना के एक-एक पुलिसकर्मी हैं. वहीं, मेडिका में दो मरीज भर्ती हैं. तीन लोगों को पाथकाइंड लैब की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. इसमें एक निजी अस्पताल में भर्ती प्रसूता है. प्रसूता ने सिजेरियन ऑपरेशन से बच्चे को जन्म दिया है.
एक निजी अस्पताल का भर्ती युवक है, जो गोसाईं टोली का रहनेवाला है. दो मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं, जिसमें एक पलामू व दूसरा रांची बजरा का रहने वाला है. दो संक्रमित सदर अस्पताल के ट्रूनेट से पॉजिटिव पाये गये हैं, जिसमें एक पत्थलकुदवा व एक मोरहाबादी का रहने वाला है. वहीं, तीन चुटिया व एक मेन रोड का रहनेवाला है.
अंकोलॉजी विभाग के डॉक्टर व स्टाफ की रिपोर्ट निगेटिव : रिम्स के अंकोलॉजी विभाग के सीनियर डाॅक्टर व कर्मचारी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है. कैंसर विभाग के मेडिसिन अंकाेलॉजी विंग में भर्ती रहे एक मरीज के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर विभाग के सभी डॉक्टरों व स्टॉफ की जांच करायी गयी थी. रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सोमवार से कैंसर सर्जरी दोबारा शुरू कर दी जायेगी.
छह पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिनको कोविड अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है. स्थिति को देखते हुए थाना को सील करने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. पुलिस कर्मियोें के सीधे संपर्क में आने वाले लोगों की जांच की जायेगी.
सौरभ कुमार, सिटी एसपी
राजधानी में 2,990 लोगों की हुई स्क्रीनिंग : जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा हाउस टू हाउस सर्वे किया जा रहा है. शुक्रवार को हिल व्यू अपार्टमेंट बरियातू, यशोदा टावर, अंतू चौक मोरहाबादी, लोवाडीह, कर्बला चौक, वर्द्धमान कंपाउंड व लालपुर इलाके में घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की गयी. इस क्रम में मेडिकल टीम द्वारा 638 घरों में कुल 2,990 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गयी. हिल व्यू अपार्टमेंट में 77 घरों के 499, यशोदा टावर, अंतू चौक व मोरहाबादी में 83 घरों के 310 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गयी. वहीं लोवाडीह क्षेत्र में 123 घर के 582 लोग, कर्बला चौक में 112 घरों के 460 व वर्द्धमान कंपाउंड एवं लालपुर के 243 घरों के 1,189 लोगों की जांच की गयी.
जूम ऐप से एमसीआइ कर रही निरीक्षण : कोरोना काल में एमसीआइ के निरीक्षण का तरीका भी बदल गया है. एमसीआइ की टीम के एक्सपर्ट अब जूम ऐप के जरिये ही निरीक्षण कर रहे हैं. गुरुवार को रिम्स के सर्जरी विभाग का निरीक्षण किया गया. इस दौरान एमसीआइ टीम ने विभाग को 24 पीजी सीट की स्थायी मान्यता देने संबंधी जानकारी ली. टीम ने परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों का जूम ऐप द्वारा ही अवलोकन किया. वहीं, अन्य विभाग की व्यवस्था के बारे में जाना. शुक्रवार को इएनटी व पीएसएम विभाग का निरीक्षण किया गया.
रिम्स की प्रभारी निदेशक डॉ मंजू गाड़ी ने बताया कि शनिवार को जनरल मेडिसिन व फार्माकोलॉजी विभाग का निरीक्षण किया जायेगा. वहीं, इएनटी व पीएसएम का निरीक्षण जारी रहेगा. कोरोना के कारण एमसीआइ टीम नहीं आयी है. ऑनलाइन निरीक्षण हो रहा है. डाॅक्यूमेंट वेरिफिकेशन को अपलोड करके भेज दिया जा रहा है. टीम अपनी रिपोर्ट एमसीआइ को भेज देगी. वहां से अंतिम फैसला किया जायेगा.
राज्य में 15 की कोरोना से हुई मौत 60 से अधिक उम्र वाले 60 फीसदी
विशेषज्ञों के अनुसार : अधिक उम्र व अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के कारण काेरोना से हारे जंग
झारखंड में कोरोना सेे अबतक 15 मौतें हुई हैं. इसमें 60 से अधिक उम्रवालों की संख्या 60 फीसदी है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिन 15 लोगों की कोरोना से मौत हुई है, उनमें नौ की उम्र 60 साल से अधिक थी. एक महिला मरीज की उम्र 54 वर्ष थी. वह किडनी हार्ट, किडनी व अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित थी. दो संक्रमित जिनकी मौत हुई है, उनकी उम्र 81 वर्ष व 78 वर्ष थी.
विशेषज्ञों की मानें, तो अधिक उम्र व अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के कारण ही उनकी मौत हुई. अधिक उम्र होने के कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, इसके कारण वह कोरोना संक्रमण को मात नहीं दे पाये. जिन छह कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है, वे टीबी, हार्ट, क्रोनिक फेफड़े की बीमारी से पीड़ित थे.
इनकी उम्र 60 से कम थी, लेकिन गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के कारण वह कोरोना से जंग हार गये. वहीं, हजारीबाग का एक कोरोना संक्रमित सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होकर निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था. डॉक्टरों द्वारा बचाने का हरसंभव प्रयास किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गयी. युवक की मौत के बाद रिपोर्ट आयी, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया था.
इम्युनिटी कम होने के कारण हुई हैं मौतें : रिम्स के कोविड-19 अस्पताल के डॉ देवेश कुमार ने बताया कि अधिक उम्र होने के कारण इम्युनिटी कम हो जाती है. वहीं, अगर व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित है और काेरोना संक्रमित हो जाता है, तो भी बचाना मुश्किल है. गंभीर बीमारी से पहले से उसके शरीर में इम्युनिटी कम होती है. रिम्स में जितनी मौतें हुई हैं, अधिकांश अधिक उम्रवाले हैं. एक-दो मौत में गंभीर बीमारी से व्यक्ति पीड़ित था.
कोराेना से इनकी हुई मौत
मौत के आंकड़े उम्र बीमारी
पहली मौत 75 बीपी, डायबिटीज, फेफड़े की बीमारी
दूसरी मौत 52 किडनी फेल्योर
तीसरी मौत 60 फेफड़े की बीमारी
चौथी मौत 39 फेफड़े की बीमारी
पांचवी मौत 44 फेफड़े की बीमारी
छठी मौत 60 ब्रेन स्ट्रोक
सातवीं मौत 73 किडनी व सांस की समस्या
आठवीं मौत 69 कैंसर से ग्रसित
नौवीं मौत 65 अस्थमा व सीओपीडी
10वीं मौत 25 एमडीआरटीबी
11वीं मौत 47 सीओपीडी
12वीं मौत 78 किडनी फेल्योर
13वीं मौत 65 किडनी
14वीं मौत 24 हार्ट की बीमारी
15वीं मौत 36 दुर्घटना में घायल