रांची. कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि झारखंड में ऐसा म्यूजियम होना चाहिए, जहां पूरे देश के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाएं और तस्वीरें हों. यह भी कोशिश है कि झारखंड के सभी आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों और महान शख्सियतों की तस्वीरें और प्रतिमाओं का भी म्यूजियम हो. इन कामों में टीआरआइ की महत्वपूर्ण भूमिका है. अगर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की प्रामाणिक तस्वीरें तैयार हो जाती हैं, तो हमलोग उस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. कल्याण मंत्री शनिवार को डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान में राज्यस्तरीय जनजाति चित्रकारों की कार्यशाला के समापन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. इस कार्यशाला में जनजातीय चित्रकारों ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा, उनके सहयोगी गया मुंडा, बुधु भगत, सिदो-कान्हो सहित अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें तैयार की. मंत्री चमरा लिंडा ने इन तस्वीरों का अवलोकन किया. कलाकारों से बात की. उन्होंने कहा कि तस्वीरों को बनाने में प्रामाणिकता का ख्याल रखें.
तस्वीरों को म्यूजियम में रखा जायेगा
इस अवसर पर कल्याण विभाग के सचिव सचिव सुधीर बाड़ा और टीआरआइ की उपनिदेशक मोनिका रानी टूटी भी उपस्थित थीं. मोनिका रानी टूटी ने कहा कि इन तस्वीरों को म्यूजियम में रखा जायेगा, जहां लोग इन्हें देख सकते हैं. इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनजातीय चित्रकार मौजूद थे. इन्हें प्रमाणपत्र और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है