नीट यूजी पेपर लीक के तार जमशेदपुर से भी जुड़े, जांच को पहुंची सीबीआइ की टीम

नीट-यूजी-2024 पेपर लीक मामले की सीबीआइ जांच जारी है. रोज नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं. इस बीच खबर है कि पेपर लीक के तार अब राज्य के दूसरे बड़े शहर जमशेदपुर से भी जुड़ गये हैं. टीम पिछले तीन दिनों से यहां कैंप किये हुए है.

By Prabhat Khabar Print | July 3, 2024 12:35 AM

वरीय संवाददाता (रांची-हजारीबाग).

नीट-यूजी-2024 पेपर लीक मामले की सीबीआइ जांच जारी है. रोज नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं. इस बीच खबर है कि पेपर लीक के तार अब राज्य के दूसरे बड़े शहर जमशेदपुर से भी जुड़ गये हैं. टीम पिछले तीन दिनों से यहां कैंप किये हुए है. सीबीआइ लोकल पुलिस से सहयोग नहीं ले रही है और खुद केस सुलझाने में जुटी है. हर रोज टीम अलग-अलग लोकेशन पर पहुंच रही है, लेकिन अब तक उसके हाथ कुछ ठोस नहीं लगा है. टीम ने सोमवार और मंगलवार को जमशेदपुर से सटे बाहरी इलाकों में जांच की. संभावना है कि अगले कुछ दिन यहां रुक कर सीबीआइ की टीम काम करेगी. दरअसल, हजारीबाग में सीबीआइ की टीम को जांच के दौरान टीम को कुछ ऐसे तथ्य मिले, जिसके तार जमशेदपुर से जुड़ते दिख रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ को तथ्य मिले हैं कि यहां भी किसी खास सेंटर पर पेपर लीक के प्रयास किये गये थे. सीबीआइ यहां किसी खास शख्स को तलाश रही है, जिसका सीधा संबंध इस केस से है. संभावना है कि इसी व्यक्ति ने हजारीबाग में संपर्क साधा था.

अपराध का तरीका एक ही तरह का :

हजारीबाग में सीबीआइ की टीम को मौके पर जाकर पड़ताल करने के बाद कई सबूत मिले. जांच के बाद यह पाया कि अपराध करने का तरीका सभी जगहों से मेल खाता है. टिन के बॉक्स में प्रश्नपत्र डिजिटली लॉक थे. बॉक्स में एक मैनुअल चाभी वाला लॉक था और दूसरा डिजिटल लॉक. डिजिटल लॉक अपने समय पर ही एनटीए की इजाजत से खुलता है. जहां प्रश्नपत्र रखे हुए थे, वहां सीसीटीवी उस हिस्से को पूरी तरह से कवर नहीं कर रहा था. इसलिए संभावना है कि बॉक्स के पिछले हिस्से को खोल कर प्रश्नपत्र को बॉक्स में छेड़छाड़ कर निकाला गया.

अवैध मूवमेंट दिखा सीसीटीवी में :

जहां प्रश्नपत्र रखे गये थे, वह जगह बहुत सुरक्षित बतायी जाती है, जहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होती. सीबीआइ को वहां सीसीटीवी की पड़ताल में एक शख्स का अवैध मूवमेंट दिखा. जब टीम ने फुटेज दिखा कर इस बारे में प्रिंसिपल व ऑब्जर्वर से जानकारी मांगी, तो वह कोई स्पष्ट जवाब न दे सके. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के सेंटर को-ऑर्डिनेटर, इन्विजिलेटर और परीक्षार्थियों की मौजूदगी में जब प्रश्न पत्र के बॉक्स का ताला खोला गया, तो उस वक्त सभी ने देरी होने का हवाला देते हुए काफी हड़बड़ी दिखाई और मौजूद लोगों का ध्यान उस ओर नहीं जाने दिया. तीसरा व्यक्ति गाइड कर रहा था ओएसिस के प्राचार्य और जमालुद्दीन को : सीबीआइ को जांच में यह भी तथ्य मिले हैं कि ओएसिस स्कूल के प्राचार्य और जमालुद्दीन को कोई तीसरा व्यक्ति गाइड कर रहा था. सीबीआइ उस व्यक्ति की तलाश कर रही है.

हजारीबाग में सीडीआर खंगाल रही सीबीआइ की टीम :

इधर, सूचना है कि मंगलवार को सरगना की तलाश में सीबीआइ की टीम ने शहर के रामनगर, मंडई और कल्लु चौक समेत अन्य स्थानों पर पहुंच कर छानबीन की. इसके अलावा सीबीआइ की टीम मोबाइल कॉल डिटेल के लिए सीडीआर भी खंगाल रही है. डीएसपी स्तर के एक अधिकारी और दो अन्य पदाधिकारी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं.

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