रांची: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में आज पूरा देश मना रहा है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची के नेताजी सुभाष चंद्र बोस उद्यान स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि हम अपने इन अमर वीर शहीदों के सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि देश के स्वाधीनता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की निर्णायक भूमिका रही थी. आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को हम कभी भूल नहीं सकते. उन्होंने आम जनमानस के गौरव को स्थापित किया. हमें इस बात का गर्व है कि हम एक ऐसे लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, जहां अनेक वीरों एवं वीरांगनाओं ने जन्म लिया. इनके नाम इतिहास के सुनहरे पन्नों पर दर्ज हैं.
सुभाष चंद्र बोस को अर्पित किए श्रद्धासुमन
रांची में मेन रोड स्थित सीटू राज्य कार्यालय के परिसर में मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर पर माल्यार्पण कर एक सभा की गयी. इसकी अध्यक्षता अनिर्बान बोस ने की. सभा को संबोधित करते हुए सीटू के प्रकाश विप्लव, प्रतीक मिश्र, बेफ झारखंड के एमएल सिंह, अभिजीत मल्लिक, नवीन चौधरी समेत विभिन्न ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने कहा कि आज हमारा देश एक ऐसे दोराहे पर खड़ा है, जहां से मंजिल की ओर जाने के मार्ग में बड़ी बाधाएं खड़ी कर दी गई हैं. आज शासक वर्ग द्वारा सुनियोजित तरीके से धार्मिक उन्माद का शोर पैदा कर राष्ट्रीय संपदा की लूट की जा रही है. संविधान के संघीय व धर्मनिरपेक्ष चरित्र को ताक पर रखकर भारत को बहुसंख्यकों का एक ‘धार्मिक राष्ट्र’ बनाने की कवायद तेज कर दी गई है.
सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती मनायी गयी
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती मनायी गयी. नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गयी. कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, राज्य सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय कुमार सिंह , झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता जितेंद्र कुमार गुप्ता, राष्ट्रीय जनता दल के नेता राजेश यादव, खेत मजदूर यूनियन के नेता इम्तियाज़ खान सहित कई लोग उपस्थित थे. पूर्व सांसद भवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का सपना आज भी अधूरा है. रामगढ़ के अधिवेशन में उन्होंने गरम दल का निर्माण किया था. आज देश के अंदर जाति-धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है. देश में बेकारी, बेरोजगारी, महंगाई चरम पर है, लेकिन धर्म की घुट्टी पिलाकर केंद्र की मोदी सरकार लोगों को बरगला रही है.