नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के विरोध में राज्यपाल रमेश बैस को सौंपा गया ज्ञापन, ग्रामीणों की ये है मांग

नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के विरोध में निकली पदयात्रा कल रांची पहुंच गयी और राज्यपाल रमेश बैस को ज्ञापन सौंपा गया. उनका कहना है कि पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में ग्राम सभाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा और उनके निर्णय का सम्मान करते हुए इसे विस्तार न किया जाए

By Prabhat Khabar News Desk | April 26, 2022 9:00 AM

रांची : नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के विरोध में टुटुवापानी (नेतरहाट) से निकली पदयात्रा सोमवार को राजधानी पहुंची. पदयात्रा में शामिल लोगों ने राजभवन के समक्ष धरना दिया. वहीं राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा़ राज्यपाल से अनुरोध किया गया कि पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में ग्राम सभाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा और उनके निर्णय का सम्मान करते हुए नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना 1999 को आगे और विस्तार नहीं दिया जाये.

विधिवत अधिसूचना प्रकाशित कर सरकार परियोजना को रद्द करे. अधिसूचित क्षेत्र की जनता को विस्थापन के आतंक से मुक्त कराया जाये़ ज्ञापन देनेवालों में समिति के केंद्रीय सचिव जेरोम जेराल्ड कुजूर, हेनरी तिर्की, मगदली टोप्पो, राेज खाखा, विधायक विनोद कुमार सिंह, विधायक रामचंद्र सिंह, पूर्व टीएसी सदस्य रतन तिर्की व दयामनी बारला शामिल थे़ केंद्रीय जनसंघर्ष समिति लातेहार-गुमला के बैनर तले निकाली गयी 200 किमी की इस पदयात्रा में प्रभावित होनेवाले गांवों के 175 लोग शामिल हुए. इनमें 95 साल के हिलारियुस बेक व 85 साल के जनमारियुस टोप्पो भी शामिल थे़

पांचवीं अनुसूची का क्षेत्र

जेरोम जेराल्ड कुजूर ने कहा कि यह इलाका भारतीय संविधान की पांचवीं अनुसूची के तहत आता है, जहां पेसा एक्ट-1996 लागू है़ इसमें ग्राम सभाओं को अपने क्षेत्र के सामुदायिक संसाधन-जंगल, जमीन, नदी-नाले और अपने विकास के बारे में हर तरह के निर्णय लेने का अधिकार है़

होरहाप के ग्रामीणों ने किया राजभवन मार्च, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

रांची. होरहाप फील्ड फायरिंग रेंज परियोजना रद्द करने के की मांग को लेकर होरहाप फील्ड फायरिंग रेंज संघर्ष समिति नामकुम, आदिवासी अधिकार मंच और क्षेत्र के लोगों ने जयपाल सिंह स्टेडियम से राजभवन तक मार्च निकाला. राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा. इसमें कहा गया है कि होरहाप फील्ड फायरिंग रेंज परियोजना की अधिसूचना की मियाद 30 अप्रैल को समाप्त होगी और इस संबंध में स्थानीय निवासी, गांव, समुदाय से अधिसूचना पर आपत्तियां और मंतव्य मांगे गये थे.

गांव के लोग फायरिंग रेंज को रद्द करने की मांग करते हैं. ज्ञापन में कहा गया है कि यह परियोजना भूभाग नगरीय क्षेत्र में है. नगर क्षेत्र के 30 किमी के दायरे में सैनिक गतिविधि, फील्ड फायरिंग व आर्टीलरी अभ्यास पर रोक है. यहां पर फील्ड फायरिंग, आर्टिलरी अभ्यास प्रतिबंधित करना चाहिए़ मौके पर प्रफुल्ल लिंडा, क्लेमेंट टोप्पो, शिव कुमार तिर्की, फिलमोन टोप्पो, विजय टोप्पो, पूनम तिर्की, सुषमा तिर्की, बंधन टोप्पो, बीणा लिंडा, अमित कुजूर, ममता तिर्की, गोविंद टोप्पो व अन्य मौजूद थे़

Posted By: Sameer Oraon

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