Jharkhand News: स्कूलों में नहीं होगी तीसरी से 7वीं क्लास के कॉपियों की जांच, इस पैटर्न पर अब होगी दो परीक्षा
Jharkhand News: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से सात तक की परीक्षा जेसीइआरटी की देखरेख में होगी. इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पत्र जारी किया है. इसमें कहा गया है कि कक्षा एक से सात तक की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र जेसीइआरटी तैयार करेगा.
Jharkhand News, Ranchi: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से सात तक की परीक्षा जेसीइआरटी की देखरेख में होगी. इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पत्र जारी किया है. इसमें कहा गया है कि कक्षा एक से सात तक की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र जेसीइआरटी तैयार करेगा. कक्षा तीन से सात तक अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा अलग-अलग पैटर्न पर होगी.
अर्द्धवार्षिक परीक्षा में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और वार्षिक परीक्षा लिखित होगी. कक्षा एक व दो के विद्यार्थियों का मूल्यांकन मौखिक होगा. प्रश्न पत्र का प्रिंटिंग निर्देश के अनुरूप डीएसइ कार्यालय करेगा. कक्षा तीन से सात तक के विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन विद्यालय स्तर पर नहीं होगा. उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन संकुल स्तर पर होगा. उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन अपने संकुल के शिक्षक नहीं करेंगे.
ज्ञात हो कि एक संकुल में 12 से 15 स्कूल होते हैं. ऐसे में अब कॉपी की जांच अपने विद्यालय के शिक्षक नहीं करेंगे. मूल्यांकन के बाद उत्तरपुस्तिका संबंधित विद्यालय को उपलब्ध करा दी जायेगी. प्रस्ताव को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री जगरनाथ महतो व राज्य योजना प्राधिकृत समिति की स्वीकृति मिल गयी है. राज्य के सरकारी विद्यालयों में वर्ष 2020-21 के यू डायस के अनुसार लगभग 40 लाख बच्चे नामांकित हैं.
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जेसीइआरटी की देखरेख में होगी पहली से सातवीं की परीक्षा
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स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने जारी किया पत्र
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अर्द्धवार्षिक परीक्षा में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे
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कक्षा एक और दो के विद्यार्थियों का मौखिक मूल्यांकन होगा
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जिन बच्चों का शैक्षणिक स्तर उनकी कक्षा के अनुरूप नहीं होगा, उनके लिए विशेष कक्षा संचालित होगी.
अभिभावकों को दिखायी जायेगी कॉपी: मूल्यांकन के बाद अभिभावकों को उत्तरपुस्तिका दिखायी जायेगी. अभिभावकों को बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धि के बारे में बताया जायेगा. दोनों परीक्षाओं के बाद उत्तरपुस्तिका प्रखंड संसाधन केंद्र में जमा रहेगी. मूल्यांकन कार्य समाप्त होने के बाद एक सप्ताह में रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जायेगा. जिन बच्चों का शैक्षणिक स्तर उनकी कक्षा के अनुरूप नहीं होगा, उनके लिए विशेष कक्षा संचालित होगी. बच्चों के रिपोर्ट कार्ड पर दोनों परीक्षा का अंक अंकित रहेगा.
परीक्षा पर खर्च किये जायेंगे नौ करोड़ रुपये: परीक्षा के आयोजन को लेकर होनेवाले खर्च की राशि शिक्षा विभाग देगा. इसकी निकासी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए आवंटित राशि से होगी. इस वर्ष की परीक्षा के लिए नौ करोड़ रुपये आवंटित किये जायेंगे.
Posted by: Pritish Sahay