रांची-पटना के लिए नया रेल रूट बनकर तैयार, अब इतने घंटे में होगा सफर तय
रांची-पटना के बीच चलनेवाली ट्रेनों को अब गोमो और प बंगाल के झालदा नहीं जाना पड़ेगा. बरकाकाना से ही सीधे हजारीबाग, कोडरमा होते हुए ट्रेनें पटना निकल जायेंगी. नयी रेल लाइन के जरिये रांची से पटना के बीच की दूरी 13 की जगह 11 घंटे में तय हो सकेगी.
रांची से पटना के लिए नया रेल रूट बनकर तैयार हो गया है. वाया बरकाकाना, हजारीबाग, कोडरमा इस नयी रेल लाइन के जरिये रांची से पटना के बीच की दूरी 13 की जगह 11 घंटे में तय हो सकेगी. रांची-पटना के बीच चलनेवाली ट्रेनों को अब गोमो और प बंगाल के झालदा नहीं जाना पड़ेगा. बरकाकाना से ही सीधे हजारीबाग, कोडरमा होते हुए ट्रेनें पटना निकल जायेंगी. गौरतलब है कि नवनिर्मित सिधवार-सांकी (27 किमी) रेलखंड पर 18 नवंबर को सफलतापूर्वक इंजन का ट्रायल रन किया जा चुका है. इस रेल खंड में चार टनल, 32 मोड़ और पांच बड़े पुलों का निर्माण किया गया है.
ये रेल रूट का उदघाटन होगा जल्द
इस संबंध में रांची रेल मंडल के डीआरएम प्रदीप गुप्ता ने बताया कि फिलहाल रांची-मुरी-बरकाकाना रूट पर जो ट्रेनें चल रहीं हैं, उन्हें कुल 118 किमी की यात्रा करनी पड़ती है. नयी लाइन रांची-बरकाकाना की दूरी महज 75 किमी रह जायेगी. ट्रेनों को 43 किमी कम यात्रा करना पड़ेगी. इस नये रेल रूट का उदघाटन जल्द होगा.
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64 किमी का सफर बेहद रोमांचक होगा
नये रेल रूट पर टाटीसिलवे से बरकाकाना तक 64 किमी का सफर बेहद रोमांचक होगा. यात्रियों को बड़े हिल स्टेशन जैसा दृश्य देखने को मिलेगा. अंधेरी सुरंगों के बीच से गुजरती ट्रेन उनके बाद ऊंची पहाड़ियां और खूबसूरत वादियां यात्रियों को रोमांचित करेंगे. नयी रेल लाइन तीन सुरंगों से हाेकर गुजरेगी. सुरंगों से निकलने के बाद ट्रेन दो पहाड़ियों के बीच बनने वाले पुल से होकर गुजरेगी. टनल-1 की लंबाई 600 मीटर है. टनल-2 की लंबाई 1080 मीटर है. वहीं टनल-3 की लंबाई 600 मीटर है. मालूम हो कि वर्तमान में रांची-पटना ट्रेन मुरी के बाद मुरी के बाद पश्चिम बंगाल के झालदा व कोटशिला से बोकारो, गोमो, कोडरमा होते हुए पटना जाती है.