साल 2021 में लोगों के स्वागत के लिए तैयार है झारखंड का ये पर्यटन स्थल, हर वर्ष यहां पिकनिक के लिए लगती है भीड़

New Year 2021 News, साल 2021 में लोगों के स्वागत के लिए तैयार है झारखंड का पर्यटन स्थल

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2020 1:22 PM
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New Year 2021, new year celebration, best picnic spot in jharkhand रांची : साल 2020 समाप्त होने के कगार पर है और 2021 का लोग स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही साल 2020 विदा होने को है वैसे ही लोग पर्यटन स्थल के खींचे चले जा रहे हैं. झारखंड में भी लोगों का जमावड़ा यहां के फेमस पर्यटन स्थल पर हर दिन बढ़ता ही जा रहा है. कई लोग इसकी तैयारी के लिए अभी से ही लगे हैं ऐसे में आज हम आपको झारखंड के पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं जहां हर साल पूरे देश भर से इसकी खूबसरती को निहारने के लिए पूरे देश भर से लोग आते हैं. ये तो सभी जानते हैं कि झारखंड को नेचर ने अनमोल गिफ्ट दिये हैं. जलप्रपात, पहाड़, दूर-दूर तक फैले घने जंगल, जलाशय. रांची व आसपास में 25 से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऐसे ही अनमोल गिफ्ट से रूबरू कराती लाइफ@रांची की रिपोर्ट.

ब्लू पांड

रांची से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ब्लू पांड. यह नये साल में पिकनिक मनानेवालों के लिए एक खूबसूरत जगह है. यहां जाने के लिए रांची के तुपुदाना चौक से होते हुए बालसिरिंग रिंग रोड होते हुए आसानी से ब्लू प्वाइंट तक पहुंच सकते हैं.

करांजी जलाशय

बेड़ो की हरी-भरी वादियों में प्रकृति की गोद में बना है बेड़ो प्रखंड का करांजी जलाशय. यह तीन तरफ से जंगलों से घिरा है. यह बेड़ो मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेड़ो-लोहरदगा पथ और बेड़ो-गुमला मुख्य सड़क (एनएच-23) के बीच में है.

पेरवाघाघ

खूंटी जिले के पेरवाघाघ, रानी फॉल, पंचघाघ, हिरण पार्क, लतरातू डैम, लटरजंग डैम सहित कई छोटे-बड़े पर्यटन स्थल हैं. मुरहू प्रखंड अंतर्गत पंगुरा जलप्रपात है. यहां ईटी नदी पर एक के बाद एक तीन जलप्रपात हैं. जिसमें एक 110 फीट, दूसरा 40 फीट और एक छोटा जलप्रपात है.

दशम फॉल

रांची से 39 किलोमीटर की दूरी पर दशम फॉल है. रांची-टाटा हाइवे से होते हुए तैमाड़ा चौक से होते हुए सीधे दशम फॉल तक जा सकते हैं. यहां पहाड़ की ऊंचाई से गिरता पानी पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है. दशम फॉल में सैलानियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं.

पंडिपुरींग फॉल

खूंटी जिलांतर्गत तोरपा प्रखंड के लोहाजिमि गांव के पास पंडिपुरींग फॉल है. जंगल के बीच यह फॉल है. यहां कई जगहों पर नदी की धारा चट्टानों से टकराती हुई नीचे गिरती है. तोरपा से तपकारा होते हुए लोहाजिमि तक पक्की सड़क है. यहां से तीन किलोमीटर कच्ची सड़क से होकर फॉल तक पहुंचा जा सकता है.

टोटी झरना फॉल

चाडू पंचायत के रोहनडीह गांव में छिपा है टोटी झरना फॉल. यह रांची से 37 किमी की दूरी पर स्थित है. यहां 150 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी व चारों ओर जंगल खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. ओरमांझी-सिकिदिरी रोड के बक्सीडीह के पास से रोहनडीह गांव होते हुए फॉल तक पहुंच सकते हैं.

चुरिन फॉल

नामकुम जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर स्थित है चुरिन फॉल. वहीं, होरहाप जंगल में बना चैकडेम भी पिकनिक के लिए बेहतर विकल्प है. चुरिन फॉल पहुंचने के लिए टाटीसिल्वे के मिलन चौक से दाहिनी तरफ पांच किलोमीटर जंगल के बीच से होकर जाना पड़ता है, होरहाप जंगल जाने के लिए महिलौंग से सीधा रास्ता है.

सीताफॉल

रांची से सीताफॉल की दूरी 44 किमी है. जोन्हाफॉल से यह चार किमी की दूरी पर स्थित है. यहां झरना की ऊंचाई 300 फीट है. यहां माता सीता के पदचिन्ह साक्षात है.

चुंदरीफॉल

अनगड़ा प्रखंड को कुदरत ने नैसर्गिक सुंदरता से नवाजा है. यहां बरवादाग पंचायत क्षेत्र के सुदुर जंगलों के बीचोंबीच स्थित है चुंदरीफॉल. यहां पहुंचने के लिए करीब एक घंटे पैदल चलना पड़ता है.

रानी चुवां

झारखंड की लाइफ लाइन कही जानेवाली नदी स्वर्णरेखा नदी का उद‍्गम स्थल रानी चुवां के नाम से चर्चित है. यहां प्राकृतिक रूप से बना टिकरा और टोंगरी मनमोहक है. रांची से गुमला पथ में 16 किलोमीटर की दूरी पर रानी चुवां स्थित है.

Posted By : Sameer Oraon

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