शनिवार को एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के दो सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दायर की. इनपर आरोप है कि ये लोग प्रतिबंधित संगठन को झारखंड और उससे सटे राज्यों में मजबूत कर रहे थे. इनमें पीएलएफआई के ओडिशा कमीटी हेड कपिल पाठक और खूंटी के एरिया कमांडर विनोद मुंडा दोनों ही षड़यंत्र का हिस्सा थे. इन दोनों पर आरोप है कि इन लोगों ने पैसों की वसूली की और उसे झारखंड से असम भेजा.
छापेमारी के दौरान हथियार हुए बरामद
एनआईए ने छानबीन और छापेमारी के दौरान विनोद मुंडा के पास से 1 राइफल, 1 पिस्टल, 57 राउंड 7.62 MM और 20 राउंड 8 मिमी जब्त किया था. कपिल पाठक इन हथियारों की सप्लाई करने का आरोप है.
आर्मस एक्ट के तहत दर्ज किया मामला
एनआईए ने आर्मस एक्ट के तहत इन दोनों पर मामला दर्ज किया था. दरअसल, 2023 में पीएलएफआई से जुडे़ होने के संबंध में जांच शुरु की थी. इन पर आरोप है कि इन्होंने पीएलएफआई के लिए झारखंड, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कोयला व्यापारियों, बिजनेसमैन, ट्रांसपोर्टर्स, रेलवे कॉन्ट्रैक्टर्स से पैसों की वसूली की थी. ये लोग हत्या, लूटपाट, आगजनी जैसे कई मामलों में आरोपी भी थे.