मानव तस्करी के शिकार सात नाबालिग सहित नौ कराये गये मुक्त, एक तस्कर गिरफ्तार
एएचटीयू कोतवाली थाना की पुलिस ने हटिया रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार सुनेश कच्छप को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया
रांची़ एएचटीयू कोतवाली थाना की पुलिस ने हटिया रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार सुनेश कच्छप को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. आरोपी मूल रूप से पलामू जिला के रामगढ़ थाना क्षेत्र के उलडंडा का रहने वाला है. आरपीएफ ने आरोपी के चंगुल से सात नाबालिग सहित दो बालिग युवक प्रदीप प्रज्ञा और बबलू राम को मुक्त कराया है. मुक्त कराये गये सभी लोग गढ़वा और पलामू के रहनेवाले हैं. आरपीएफ ने सातों नाबालिग लड़कों को बालाश्रय रांची को सौंप दिया है. मामले को लेकर आरपीएफ द्वारा एएचटीयू कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है. आरपीएफ के अधिकारियों के अनुसार आरपीएफ पोस्ट की एएचटीयू टीम, नन्हें फरिश्ते टीम और रांची डिवीजन की फ्लाइंग टीम द्वारा हटिया स्टेशन पर बाल और मानव तस्करी के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस दौरान सात नाबालिग लड़के और तीन व्यक्ति एस्केलेटर के नीचे प्लेटफॉर्म संख्या एक पर बेंगलुरु जाने वाली ट्रेन संख्या 18637 का इंतजार कर रहे थे. संदेह होने पर उनसे पूछताछ की गयी. इसके बाद इनमें से एक ने खुद को गढ़वा जिला के रंका थाना क्षेत्र का तमगेकला निवासी 22 वर्षीय प्रदीप प्रज्ञा बताया. जबकि दूसरे ने 25 वर्षीय डंडई थाना क्षेत्र के तोरी नावाडीह निवासी बबलू राम और तीसरे ने पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र निवासी सुनेश कच्छप बताया. पूछताछ करने पर इन्होंने बताया कि सातों बच्चों को यही लोग लेकर स्टेशन आये थे तथा विजयवाड़ा जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बस से हटिया रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. सुनेश कच्छप ने बताया कि ठेकेदार रियाज अंसारी के ट्रैक्टर का काम उसके गांव में चल रहा था. वह वहां काम कर रहा था. रियाज अंसारी छह माह पहले उसे विजयवाड़ा स्थित इलेक्ट्रिक बोर्ड बनाने वाली वायरस कंपनी में ले गया था. वह दो महीने पहले गांव आया था. 06 अप्रैल को ठेकेदार रियाज अंसारी ने हमें डाल्टेनगंज बस स्टैंड पर बुलाया और सभी लड़कों से हमारा परिचय कराया. इसके बाद रियाज ने हमें 5000 रुपये दिये. उससे कहा गया कि सभी नाबालिग लड़कों को अपने साथ विजयवाड़ा ले आओ, जहां तुम पहले से काम करते हो. इसके लिए आरोपी को और पांच हजार रुपये मिलने वाले थे. तक वह रियाज अंसारी के कहने पर रेलवे स्टेशन पहुंचा और 10 जेनरल टिकट खरीदकर हटिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर ट्रेन का इंतेजार करने लगा. तलाशी के दौरान आरोपी के पास से 10 टिकट और नाबालिग लड़कों के नाम पर बनाया गया छह फर्जी आधार कार्ड और पैसा बरामद किया गया.