रांची : झारखंड की राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र में 26 नवंबर, 2019 को रांची की जिस निर्भया के साथ दरिंदगी हुई थी, उसने यदि बलात्कारियों का विरोध किया होता, तो उसकी हत्या कर दी जाती. पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि आरोपियों में से एक ने दो बार उसका बलात्कार किया. आरोपियों ने जिस तरह से उसे जकड़ रखा था, यदि उसने थोड़ा भी विरोध किया होता, तो सभी मिलकर उसे मार डालते.
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि सभी 12 आरोपियों के ब्लड सैंपल पीड़िता के कपड़े पर मिले शुक्राणु (स्पर्म) से मिलान के लिए फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) भेजे गये थे. इस मामले में पुलिस ने 27 नवंबर को पुलिस ने कुल 16 युवकों को पकड़ा था, लेकिन घटना में शामिल दोषियों ने खुद ही कबूल किया था कि घटना में 12 लोग ही शामिल थे. फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की जांच रिपोर्ट में भी दुष्कर्म में 12 लोगों के शामिल होने की पुष्टि हुई.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 26 नवंबर की देर शाम छात्रा कांके थाना क्षेत्र के संग्रामपुर बस स्टॉप पर अपने मित्र के साथ बैठी थी. तभी एक बाइक पर दो लोग और एक कार में 7 लोग वहां पहुंचे. बाइक सवार युवकों ने पहले छात्रा को पीटा. फिर बाइक से उठाकर ले गये. एक नर्सिंग होम के पास उनकी बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया.
इसके बाद पीछे से आ रही कार में लड़की को डाला और उसे एक ईंट-भट्ठे की ओर ले गये. भट्ठा पर सभी ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. कुछ देर बार छात्रा के दोस्त की स्कूटी से 3 और युवक वहां पहुंचे. इन तीनों ने भी बारी-बारी से छात्रा से बलात्कार किया.