रांची, राज लक्ष्मी. नियोजन नीति में 60:40 का विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस ने आज लाठीचार्ज कर दिया. जवाब में छात्रों ने पुलिस पर पत्थर फेंके. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं. गुरुवार को झारखंड के अलग-अलग हिस्से से विद्यार्थी विधानसभा का घेराव करने के लिए पहुंचे थे. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार ही छात्रों का हुजूम विधानसभा की ओर बढ़ रहा था. लेकिन, विधानसभा से पहले ही पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी थी. इससे छात्र उग्र हो गये और उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की.
यहां पर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद थी और उग्र युवाओं को बैरिकेडिंग तोड़ने से न केवल रोक दिया, बल्कि उन्हें आगे भी नहीं बढ़ने दिया. नाराज युवा बैरिकेडिंग की दूसरी तरफ से नारेबाजी करते रहे. उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाये. कहा कि 60:40 नाय चलतो. युवाओं ने कहा कि वे अपना हक लेकर रहेंगे. नेताओं के बच्चे झारखंड पर राज करेंगे और हम और हमारे पिता दिल्ली-बंबई नौकरी करने जायेंगे. ये अब नहीं चलेगा.
छात्रों ने यह भी कहा कि अब वे जाग गये हैं. सरकार की नीतियों को समझ चुके हैं. छात्रों की एकता में फूट डालने की उनकी मंशा कामयाब नहीं होगी. वे सरकार से कुछ नहीं मांग रहे. सिर्फ अपने लिए नौकरी मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम अब कहीं जाने वाले नहीं हैं. हमें झारखंड में ही रोजगार चाहिए. छात्रों ने मांग की कि छात्रों के हित में नियोजन नीति लायें. उन्हें लड़ाने की कोशिश न करें. छात्र कह रहे हैं कि 60:40 नाय चलतो, नाय चलतो, नाय चलतो, तो यह नीति क्यों लागू की जा रही है.
वहीं, एक छात्र ने कहा कि हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे हैं. हम लड़ते रहेंगे. हम सुसाइड करने वाले लोग नहीं हैं. हम भगत सिंह के अनुयायी हैं. उनके बताये रास्ते पर चलेंगे. संघर्ष करेंगे और अपना हक लेकर रहेंगे. कहीं न जाइबो हमनी, यहीं नौकरी करबो. छात्रों ने ओबीसी को भी आरक्षण देने की मांग की. कहा कि ग्रुप-सी और ग्रुप-डी के लिए सीटें आरक्षित करनी होगी. छात्रों ने जातीय जनगणना की भी मांग की.
छात्रों को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर विधानसभा जाने से रोक दिया, तो छात्र नारेबाजी करते हुए खेत के रास्ते विधानसभा की ओर बढ़े. वहां भी पुलिस ने छात्रों को रोकने की कोशिश की. यहां पुलिस के साथ छात्रों की झड़प हो गयी. छात्र उग्र हुए, तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया. छात्रों ने भी वहां पड़े पत्थर से पुलिस पर हमला कर दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गये. छात्रों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस तक का इस्तेमाल करना पड़ा.
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. आज कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किये जाने हैं. इसीलिए छात्रों ने सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए विधानसभा घेराव का निश्चय किया था. इसके पहले छात्रों ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने की योजना बनायी थी, लेकिन मंत्री आलमगीर आलम के आश्वासन पर उस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है.