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Jharkhand में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हुआ या नहीं, जानिए क्या कहती है एक्सपर्ट की टीम

झारखंड में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है. यह कहना है स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी का. वे सोमवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे.

रांची : झारखंड में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है. यह कहना है स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी का. वे सोमवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. उनके साथ वन सचिव एपी सिंह और आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल भी थे. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन के सर्वे के लिए आइसीएमआर से आग्रह किया है. उम्मीद है कि इस माह के अंत तक सर्वे हो जायेगा. उन्होंने बताया कि हाल ही में आइसीएमआर ने देशभर के 200 शहरों का सर्वे कराया था. इसमें झारखंड के लातेहार, पाकुड़ और सिमडेगा जिले शामिल थे.

जो रिपोर्ट आयी है उसके हिसाब से इन जिलों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि 18 जून से राज्य सरकार अपने स्तर से भी घर-घर स्क्रीनिंग कराने जा रही है. इसमें कोविड-19 के अलावा श्वसन, कैंसर, बीपी, डायबिटिक, टीबी की भी जांच होगी. सभी नागरिक सहयोग करें. जो संदिग्घ होंगे, उनका कोविड टेस्ट कराया जायेगा.

अगले 15 दिनों में 5050 की संख्या होने का अनुमान : डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में संक्रमण 31 मार्च से शुरू हुआ. अाज 77 वां दिन है. 1763 केस हैं. इसी गति से आगे बढ़ता गया, तो अगले 15 दिनों में 5050 केस हो जायेंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हाल के तीन चार दिनों में केस कम मिले हैं, तब आंकड़ा कम होने की संभावना भी है.

78 हजार प्रवासी के सैंपल लिये गये : सचिव ने बताया कि अब तक पांच लाख 11 हजार 663 लौटे हैं, जिनमें 78 हजार 423 के सैंपल लिये गये हैं. जो कुल श्रमिकों का 15. 7 प्रतिशत है. इनमें 1477 प्रवासी श्रमिक पॉजिटिव मिले हैं. दूसरे राज्यों से आनेवालों में महाराष्ट्र और तमिलनाडु से श्रमिकों में 2.3 प्रतिशत, दिल्ली से आये श्रमिकों में 2.85 प्रतिशत पॉजिटिव मिले हैं. वहीं, बांग्लादेश से आये 18 पॉजिटिव मिले हैं.

मृत्यु झारखंड में कम : डॉ कुलकर्णी ने बताया कि झारखंड में मृत्यु दर काफी कम है. अब तक 1806 पॉजिटिव झारखंड में मिले हैं, जिसमें नौ की मौत हो चुकी है. मृत्यु दर यहां 0.45 प्रतिशत जबकि भारत में 2.86 प्रतिशत है. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि झारखंड में रिकवरी रेट 55.77 प्रतिशत हैं. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में 116 कंटनमेंट जोन हैं. सबसे अधिक 13 जमशेदपुर में, 11 प. सिंहभूम में और 10 रांची में हैं.

सैनिटाइजेशन का असर नहीं : डॉ कुलकर्णी ने कहा कि जिस तरह से फॉगिंग से मच्छर नहीं मरते, उसी तरह से सैनिटाइजेशन का लाभ नहीं है. सैनाटाइजेशन तभी सही होगा, जब सैनिटाइजर से सतह को पोछें.

कोविड-19 पर स्वास्थ्य सचिव ने दी जानकारी

  • आइसीएमआर ने हाल

  • ही में देशभर के 200 शहरों का कराया था सर्वे

  • झारखंड के लातेहार, पाकुड़ और सिमडेगा जिले शामिल थे सर्वे में

सैंपल का बैकलॉग नहीं

डॉ कुलकर्णी ने कहा कि सैंपल का बैकलॉग समाप्त कर दिया गया है. अब जितने सैंपल आ रहे हैं, उनकी रिपोर्ट दूसरे दिन ही दी जा रही है. प्रति 10 लाख आबादी पर 2800 सैंपल लिये जा रहे हैं.

चार जिलों में ज्यादा पॉजिटिविटी दर ज्यादा :स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि झारखंड में पॉजिटिविटी की बात करते हैं तो 1.69 प्रतिशत है. पर चार जिले ऐसे हैं, जिनका रेट काफी ज्यादा है. सिमडेगा में 5.3 प्रतिशत, कोडरमा में 4.3 प्रतिशत, हजारीबाग में 3.5 प्रतिशत और गढ़वा में 2.78 प्रतिशत है. इन चार जिलों का औसत पॉजिटिविटी राज्य से अधिक है. वहीं, छह जिले ऐसे हैं, जहां पिछले सात दिनों से कोई नया केस नहीं आया है. उनमें साहिबगंज में 15 दिन, गोड्डा में 46 दिन, दुमका में 13 दिन से तथा जामताड़ा, धनबाद और देवघर में सात दिनों से कोई केस नहीं है.

43 पॉजिटिव मिले िरम्स में एक मौत : झारखंड में सोमवार को 43 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि 95 स्वस्थ हुए हैं. वहीं, रिम्स में भर्ती गुमला के रहनेवाले बुजुर्ग की मौत हो गयी है. राज्य में कुल 1806 संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से नौ की मौत हो चुकी है. 1000 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. सोमवार को पूर्वी सिंहभूम से 21, रांची से छह, खूंटी से छह, चतरा से पांच, लोहरदगा से तीन, हजारीबाग से एक व पश्चिमी सिंहभूम से एक संक्रमित मिले हैं. रांची में गुमला का एक संक्रमित इलाजरत है. वह कुवैत से आया था. दूसरा मरीज चर्च रोड का निवासी है.

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