झारखंड में शराब की होम डिलिवरी नहीं, दुकानें खोलने पर हो सकता है फैसला
झारखंड में शराब की होम डिलिवरी नहीं होगी. होम डिलिवरी के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया है. अब राज्य सरकार शराब की दुकानों को खोलने का फैसला ले सकती है. उत्पाद विभाग ने दुकानें खोलने की तैयारी कर ली है. राज्य सरकार का निर्देश मिलने के तुरंत बाद दुकानों से शराब की बिक्री शुरू कर दी जायेगी.
रांची : झारखंड में शराब की होम डिलिवरी नहीं होगी. होम डिलिवरी के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया है. अब राज्य सरकार शराब की दुकानों को खोलने का फैसला ले सकती है. उत्पाद विभाग ने दुकानें खोलने की तैयारी कर ली है. राज्य सरकार का निर्देश मिलने के तुरंत बाद दुकानों से शराब की बिक्री शुरू कर दी जायेगी. अगले कुछ दिनों में उत्पाद विभाग राज्य सरकार से हरी झंडी मिलने की उम्मीद कर रहा है. 12 मई को उत्पाद विभाग ने शराब के खुदरा विक्रेताओं के साथ जूम ऐप पर बैठक की थी. इसमें शराब विक्रेताओं को दुकानें खोलने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया था. कहा गया था कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दुकानों के संचालन की पूरी तैयारी रखें.
सुबह सात से शाम सात बजे तक दुकानों का संचालन करने की बात भी कही गयी. साथ ही बताया गया कि ऑनलाइन टोकन के माध्यम से ही शराब की बिक्री की जाये. विक्रेता संघ ने उत्पाद मंत्री को ज्ञापन सौंपाझारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ ने सुबह सात से शाम सात बजे तक दुकानों का संचालन करने के निर्देश को असुविधाजनक बताते हुए उत्पाद मंत्री को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में है कि दुकानों को सुबह सात बजे खोलना संभव नहीं है. दुकानें खोलने का समय सुबह नौ बजे तय किया जाये. संघ ने दुकानों को खोले जाने के पूर्व इटीडी का लक्ष्य भी निर्धारित कर सार्वजनिक करने का आग्रह किया है. साथ ही पर्याप्त स्टॉक के लिए दुकानों को खोलने के दो दिन पहले ही जेएसबीसीएल का डिपो खोले जाने की मांग की है. खुदरा विक्रेताओं ने कहा है कि चालू वित्तीय वर्ष इटीडी का लक्ष्य पूरा करना संभव नहीं है. कोविड-19 के संक्रमण का खतरा समाप्त होने तक शराब विक्रेताओं को मासिक इटीडी का लक्ष्य नहीं दिया जाये. शराब की बिक्री के मुताबिक ही उठाव करने की अनुमति दी जाये. उठाव की गयी शराब का ही इटीडी विपत्र के साथ काटा जाये.