सुनील कुमार झा (रांची). राज्य में लगभग 17 लाख स्कूली बच्चों के स्कूल छोड़ने के बाद आगे के नामांकन का कोई पता नहीं है. ऐसे बच्चों को ड्रॉप बाॅक्स में रखा गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023-24 और वर्ष 2024-25 में कुल 17,25,158 बच्चे ड्रॉप बॉक्स में हैं. वर्ष 2023-24 के 6,84,035 और वर्ष 2024-25 के 10,41,123 बच्चे ड्रॉप बॉक्स में हैं. शिक्षा विभाग द्वारा ऐसे बच्चों को चिह्नित करने के लिए समय-समय पर जिलों को दिशा-निर्देश दिया गया है. शिक्षा विभाग द्वारा प्रति वर्ष शिशु पंजी अपडेट किया जाता है. इस दौरान शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों के नामांकन की जानकारी लेते हैं. ऐसे में इन बच्चों के बारे में भी जानकारी लेने को कहा गया है. जिलास्तर पर ऐसे बच्चों को चिह्नित कर स्कूलों में नामांकन के लिए समय-समय पर अभियान भी चलाया जाता है. इसके बाद भी इन बच्चों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
ड्रॉपआउट या फिर पहचान बदलने की संभावना
वैसे बच्चे, जो ड्रॉप बाॅक्स में हैं, उनके बारे में यह संभावना जतायी जा रही है कि स्कूल छोड़ने के बाद उन्होंने आगे नामांकन नहीं लिया. ऐसे में इन विद्यार्थियों के ड्रॉपआउट होने की संभावना है. वहीं, दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि इनमें से कुछ बच्चों ने अपना नाम व अन्य पहचान बदलकर फिर से नामांकन लिया होगा. अगर ऐसा हुआ होगा, तो ऐसे बच्चों की संख्या काफी कम होगी.
प्ले ग्रुप या कक्षा एक में ही नया नामांकन
देश भर में अब नया नामांकन सिर्फ इंट्री क्लास में लिया जाता है. इसके तहत बच्चे का नया नामांकन प्ले ग्रुप या कक्षा एक में ही लिया जाता है. इससे ऊपर की कक्षा में नामांकन के लिए बच्चे की जानकारी यू डायस में होना अनिवार्य है. यू डायस में जानकारी नहीं होने पर बच्चे का किसी दूसरे स्कूल में आगे की कक्षा में नामांकन नहीं हो पायेगा.
क्या हैं ड्रॉप बाक्स के बच्चे
केंद्र सरकार द्वारा स्कूलों में पढ़नेवाले हर बच्चे की जानकारी ‘यू डायस रिपोर्ट’ के माध्यम ली जाती है. इसके तहत प्रत्येक बच्चे का रिकार्ड यू डायस में दर्ज रहता है. जब कोई बच्चा किसी स्कूल को छोड़ता है, तो स्कूल सरकार द्वारा तैयार पोर्टल में यू डायस के आधार पर बच्चे की जानकारी पोर्टल पर डाल देती है. वह बच्चे की जानकारी तब तक ड्रॉप बाॅक्स में रहती है, जब तक वह किसी दूसरे विद्यालय में नामांकन नहीं ले लेता है. बच्चा जब दूसरे स्कूल में नामांकन के लिए जाता है, तो उक्त बच्चे की जानकारी पोर्टल से ली जाती है. इसके बाद वह बच्चा ड्रॉप बाॅक्स से बाहर आ जाता है.
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