रांची: राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपनी वकालत के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब वे वकालत पढ़ रहे थे, उसी दौरान आपातकाल लगने के कारण उन्हें जेल जाना पड़ा था. वहां से उनका रुझान राजनीति की ओर बढ़ा. वे लगातार आठ बार लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने हैं. नौवीं बार उन्हें अन्य जिम्मेदारी दी गयी. वे रविवार को रांची के राष्ट्रीय विधि अध्ययन एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय (नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी) में राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. प्रतियोगिता में अहमदाबाद के निरमा विश्वविद्यालय ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय की टीम ने दूसरा स्थान हासिल किया.
उपभोक्ता संरक्षण कानून के प्रति जागरूकता जरूरी
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण कानून के प्रति जागरूकता जरूरी है ताकि लोगों को इसके लाभ मिल सके. सभी युवा साथियों को देखकर यह महसूस होता है कि बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं. यह देखकर उम्मीद है कि आम लोगों को भी न्याय मिलेगा और कानून के प्रति जागरूकता बढ़ेगी. उन्होंने सभी छात्रों से यह अपील की कि वे अपने सम्मान और प्रतिष्ठा के लिए काम करें. वकालत से समाज और देश में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है.
भूमिका अग्रवाल को बेस्ट स्पीकर का पुरस्कार
राज्यपाल संतोष गंगवार की उपस्थिति में अनुपम मिश्रा (संयुक्त सचिव, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय) और NUSRL के प्रतिनिधियों के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. इस समझौते के तहत विश्वविद्यालय में उपभोक्ता कानून पर एक पीठ स्थापित की गयी है, जो उपभोक्ता कानून एवं व्यवहार पर अनुसंधान और नीति संबंधी मुद्दों के लिए एक थिंक टैंक के रूप में कार्य करेगी. मूट कोर्ट प्रतियोगिता में अहमदाबाद के निरमा विश्वविद्यालय की टीम की भूमिका अग्रवाल को बेस्ट स्पीकर का पुरस्कार दिया गया. इस टीम में भूमिका के साथ आगम बाकलीवाल और सोम शर्मा भी शामिल थे. दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि केंद्र-2, कानून संकाय की टीम में पारू भारद्वाज, माधव शर्मा और नेहा शानबाग थे.
कुलपति ने राज्यपाल का किया स्वागत
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का स्वागत कुलपति डॉ प्रो अशोक आर पाटिल ने किया. उन्होंने विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता और मूट कोर्ट प्रतियोगिता के महत्व पर प्रकाश डाला. कुलपति ने उपभोक्ता कानून और इसके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया. यह मूट कोर्ट प्रतियोगिता NUSRL के उपभोक्ता शोध एवं नीति विभाग द्वारा आयोजित की गयी थी. प्रतियोगिता में देशभर के 20 प्रतिष्ठित विधि विश्वविद्यालयों के छात्रों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में शिक्षण सहायक अनुष्ठा सक्सेना ने प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी. सहायक प्रोफेसर सोनी भोला ने मंच पर मौजूद गणमान्य का परिचय कराया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रोफेसर रविंद्र कुमार पाठक ने किया.
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