झारखंड भवन में फर्जी आइएएस मोनिका को कमरा दिलानेवाले आप्त सचिव पंकज सस्पेंड, जानें अब आगे क्या हो सकता है

प्रारंभिक जांच में पंकज कुमार के इस कृत्य को मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने फर्जीवाड़ा मानते हुए कार्रवाई के लिए झारखंड विधानसभा को 27 जुलाई को पत्र भेजा था. इसके बाद 28 जुलाई को झारखंड विधानसभा ने कार्रवाई कर आप्त सचिव पंकज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2021 10:14 AM

Jharkhand News रांची : मध्य प्रदेश की रहनेवाली फर्जी आइएएस अधिकारी कुमारी मोनिका (24) को दिल्ली स्थित झारखंड भवन में भी कमरा दिलवाया गया था. झारखंड विधानसभा के आप्त सचिव पंकज कुमार ने मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग को फोन कर कुमारी मोनिका को आइएएस अधिकारी बताते हुए कमरा बुक करवाया था.

प्रारंभिक जांच में पंकज कुमार के इस कृत्य को मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने फर्जीवाड़ा मानते हुए कार्रवाई के लिए झारखंड विधानसभा को 27 जुलाई को पत्र भेजा था. इसके बाद 28 जुलाई को झारखंड विधानसभा ने कार्रवाई कर आप्त सचिव पंकज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. इस संबंध में झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष के आदेश पर उप सचिव नवीन कुमार ने बुधवार को अधिसूचना जारी की है.

अधिसूचना के तहत निलंबन के दौरान पंकज कुमार को जीवन निर्वाह भत्ता दिया जायेगा. निलंबन की अवधि में इनका मुख्यालय स्थापना शाखा, झारखंड विधानसभा होगा. सूत्रों का कहना है कि पंकज कुमार मोनिका को मदद करता था. कई बार लोगों ने इन दोनों को साथ देखा था. कहा तो यह भी जा रहा है कि कई रसूखदार लोगों से कुमारी मोनिका को पंकज ने ही मिलवाया था.

पंकज से हो सकती है पूछताछ :

पुलिस मोनिका के मोबाइल का सीडीआर निकाल कर जांच करेगी. पुलिस यह देखेगी कि मोनिका किन-किन लोगों के संपर्क में थी. कौन-कौन हाइ प्रोफाइल लोगों ने उसकी मदद की. पुलिस विधानसभा के निलंबित आप्त सचिव पंकज कुमार से भी पूछताछ कर सकती है.

लेकिन, वह अपना परिचय पत्र पुलिस को नहीं दिखा सकी. जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तब उसने बताया कि वह दिल्ली के विजन आइएएस कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रही थी. उसने अपने वाहन पर भी असिस्टेंट कलेक्टर जमशेदपुर का बोर्ड लगाया हुआ था. रिटायर्ड सैनिक को बॉडीगार्ड के रूप में रखा था. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.

मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग के पत्र पर झारखंड विधानसभा ने की कार्रवाई

अशोक नगर में किराये के घर में रहती थी मोनिका

मोनिका अशाेक नगर स्थित डीके राय के मकान में किराये पर रहती थी. उसने आइएएस मोनिका के नाम का नेम प्लेट भी लगाया हुआ था. 22 जुलाई को अरगोड़ा पुलिस ने उक्त घर पर दबिश दी थी. तब पूछताछ में मोनिका, पिता शेषमणि ने बताया कि वह मध्यप्रदेश के कटनी थाना क्षेत्र अंतर्गत बडवारा कला की रहनेवाली है. वह 2020 की आइएएस अधिकारी है.वर्तमान में उसका पदस्थापन असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर जमशेदपुर में है.

Posted By : Sameer Oraon

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