Lok Sabha Election 2024: झारखंड के पूर्व स्पीकर ने बीजेपी को लेकर किया बड़ा दावा, कहा- लोगों में हेमंत के जेल जाने का गुस्सा
झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री नामधारी ने कहा कि झारखंड में भाजपा को कड़ी टक्कर मिलेगी. विपक्ष इस बार एनडीए से अधिक सीटें जीतने में कामयाब होगा.
वर्ष 2009 में लोकसभा के स्पीकर पैनल में रहे चतरा के पूर्व सांसद इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि झारखंड ही नहीं, बल्कि देशभर में इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ माहौल रहेगा. झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में भाजपा आधी भी जीत ले, तो बड़ी बात होगी. पीएम मोदी लाख कोशिश कर लें, उन्हें आशातीत सफलता हासिल नहीं होगी.
गुरुवार को एक निजी समारोह में शामिल होने जमशेदपुर आये इंदर सिंह नामधारी ने ये बातें कहीं.श्री नामधारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने झारखंड को काफी लंबा वक्त दिया है, इसलिए इंडी गठबंधन काफी गंभीरता से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रहा है.
नामधारी ने कहा कि राजनीति का स्तर काफी बदल रहा है. कोई कभी भी आसानी से एक दल को छोड़ कर अपने मन मुताबिक दूसरे दल में चला जा रहा है. इससे साफ दिख रहा है कि नीति- सिद्धांत के बदले लोग सत्ता सुख की ओर अधिक लालायित हो रहे हैं.
झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री नामधारी ने कहा कि झारखंड में भाजपा को कड़ी टक्कर मिलेगी. विपक्ष इस बार एनडीए से अधिक सीटें जीतने में कामयाब होगा. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजने से लोगों में भाजपा के प्रति काफी गुस्सा है, जो लोकसभा चुनाव में परिणाम के रूप में दिखेगा. भाजपा ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए भले ही हेमंत की भाभी सीता सोरेन को अपने पाले में कर लिया है, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखेगा.
भाजपा में अब आ गयी है तानाशाही : राम टहल चौधरी
कांग्रेस में शामिल होने के बाद रामटहल चौधरी ने कहा कि भाजपा ने मुझसे कहा कि मैं यह लिख कर दूं कि मैं इस वर्ष लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लूंगा. यह एक तानाशाही आदेश था, जो मुझे पसंद नहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में अब तानाशाही आ गयी है और किसी भी फैसले के लिए पार्टी के अन्य नेताओं, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से राय-मशविरा नहीं किया जाता.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जिस प्रकार से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की. जातीय जनगणना की मांग उठायी, उससे मैं काफी प्रभावित हूं. कहा कि मैं जातीय जनगणना का समर्थक हूं. क्योंकि इससे ही वर्गों की हिस्सेदारी तय होगी. देशभर में इसकी मांग हो रही है.