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रिम्स को हाईकोर्ट की फटकार, पूछा- कहां है जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन, Omicron से बचाव के लिए तैयार रहने का निर्देश

रिम्स में इलाज की दयनीय हालत को लेकर हाइकोर्ट ने रिम्स प्रबंधन को फटकार लगाई है. हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि, कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए रिम्स तैयार रहे. पूछा कि, ओमिक्रोन की पहचान के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का क्या हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | December 14, 2021 9:51 AM

Jharkhand News: झारखंड हाइकोर्ट ने रिम्स में इलाज की दयनीय स्थिति व कोरोना संक्रमण को लेकर स्वत: संज्ञान से दर्ज जनहित याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई की. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए मौखिक रूप से कहा कि कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए रिम्स तैयार रहे. ओमिक्रोन की पहचान के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का क्या हुआ. खंडपीठ ने कहा कि रिम्स में काफी रिक्तियां हैं. कब तक रिक्त पदों को भर दिया जायेगा. खंडपीठ ने अगली सुनवाई के पूर्व अद्यतन जानकारी देने का निर्देश दिया.

सुनवाई के दौरान रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद सशरीर उपस्थित हुए. उन्होंने खंडपीठ के सवालों का जवाब दिया. रिम्स की ओर से अधिवक्ता डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अोमिक्रोन से बचाव की तैयारी लगभग पूरी हो गयी है. जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन खरीदी जानी है. जर्मनी से मंगायी गयी सीटी स्कैन मशीन चालू हो गयी है.

दूसरी सीटी स्कैन मशीन की आपूर्ति का आदेश विप्रो को दिया गया है. पीएम जन आैषधि केंद्र का टेंडर फाइनल हो गया है. एक सप्ताह में त्रिपक्षीय एग्रीमेंट (डीसी, रिम्स व निविदाता के बीच) संपन्न हो जायेगा. रिक्तियों को भरने के लिए कार्रवाई जारी है.

झारखंड में सबसे अधिक 45 से 59 उम्र के लोगों को लगा टीका

कोरोना से बचाव में टीका को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है. यही वजह है कि राज्य में टीकाकरण में तेजी लायी गयी है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 2,41,21,312 लोगों को टीका लगाना है. टीका लगाने के लिए वर्तमान में तीन वर्ग में बांटा गया. इसमें 18 से 44 साल के 1,57,34,636, 45 से 59 साल के 51,55,113 व 60 से अधिक उम्रवाले 32,31,563 शामिल हैं. सबसे अधिक 45 से 59 उम्र के लोगों को टीका लगा है. इसमें 70.57 फीसदी को पहला और 41.80 फीसदी को दूसरा डोज लगा है.

वहीं, 18 से 44 साल के 69.06 फीसदी लोगों को पहला और 32.53 फीसदी को दूसरा डोज व 60 साल से अधिक उम्र के 68.13 फीसदी को पहला और 41.57 फीसदी को दूसरा डोज लगा है. अब तक 2,28,71,864 को कोविशील्ड और 35,18,856 को कोवैक्सीन का टीका दिया गया है. राज्य में अब तक 71.64 फीसदी को पहला और 37.81 फीसदी को दूसरा डोज लगा है.

15 जनवरी तक पहले डोज का शत प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य

कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. इसको लेकर सोमवार को सिविल सर्जन के साथ विभाग की ऑनलाइन बैठक हुई. इस दौरान 15 जनवरी तक पहले डोज का शत प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

बैठक के बाद सिविल सर्जन ने सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को कोविड टीकाकरण कार्य में तेजी लाने को कहा. उन्होंने राज्य के हर पंचायत मुख्यालय में स्थायी टीकाकरण केंद्र स्थापित करने का भी निर्देश दिया. ज्ञात हो कि रांची में पहले डोज का 76 प्रतिशत व दूसरे डोज का 42 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है.

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