ओमिक्रोन को देखते हुए सरकार ने कसी कमर, रोज 20 हजार संक्रमित आयें तो भी झारखंड में इलाज की होगी व्यवस्था

झारखंड सरकार ने नये वेरिएंट को देखते हुए अपनी कमर कस ली है. उन्होंने रिम्स सहित सबी जिला अस्पतालों को आदेश दिया है कि बड़ी संख्या में मरीज आए तब भी उसकी इलाज की व्यवस्था हो.

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2022 7:17 AM

रांची : नये वैरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते प्रभाव और संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया है. ओमिक्रोन का संक्रमण पांच से सात गुना तेजी से होता है, इसलिए तैयारी भी उसी तुलना में रखने को कहा गया है. विशेषज्ञों ने हर दिन 20 हजार तक नये संक्रमितों के मिलने का अनुमान लगाया है. स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स सहित मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों को इसी के हिसाब से तैयारी करने को कहा है.

बेड की संख्या बढ़ाने पर जोर :

विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल महीना में पीक था. 26 अप्रैल को राज्य में 5903 संक्रमित मिले थे और एक्टिव केस की संख्या 48105 था. तीसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन का फैलाव पांच से सात गुना ज्यादा तेज है.

वैसे में अब तैयारी इसी गणित के हिसाब से करने का निर्देश है. फिलहाल राज्य में 1500 के आसपास नये संक्रमित मिल रहे हैं. इधर, स्वास्थ्य विभाग से आदेश मिलने के बाद रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने तैयारी का आकलन किया है. बेड की संख्या बढ़ाने और व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. ट्रॉमा सेंटर के अलावा वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहा गया है.

80% एसिम्टोमैटिक, इसलिए ओमिक्रोन से घबरायें नहीं

देश में मिल रहे नये संक्रमितों में ओमिक्रोन का लक्षण है, इसलिए ज्यादा घबराने की जरूरत है. क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ कौशल कुमार ने बताया कि ओमिक्रोन को लेकर ज्यादा घबराने और उत्तेजित होने की जरूरत नहीं है. पिछले कुछ दिनों से संक्रमितों के लक्षण देखने से ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है.

देश में ओमिक्रोन का फैलाव है, इसलिए हमारी उसी के हिसाब से तैयारी है. ओमिक्रोन में संक्रमण का फैलाव ज्यादा तेजी से होता है. ऐसे में उसका अनुमान लगाकर तैयारी करने का निर्देश दिया गया है.

अरुण कुमार सिंह, स्वास्थ्य सचिव

Posted By : Sameer Oraon

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