रांची : रिम्स के कोविड वार्ड में इलाजरत डेढ़ साल का कोरोना संक्रमित बच्चे को उसके परिजन लेकर फरार हो गये हैं. मंगलवार (16 जून, 2020) की सुबह बच्चे के माता-पिता अपने डेढ़ साल के बच्चे को लेकर रिम्स से फरार हो गया. रिम्स प्रबंधन और जिला प्रशासन जांच- पड़ताल में जुट गये हैं.
रिम्स के कोविड वार्ड में इलाजरत बच्चा धनबाद के बरवाडीह का रहनेवाला है. कोरोना संक्रमित छोटे से बच्चे को लेकर इस तरह से भाग जाने के बाद रिम्स प्रबंधन में हड़कंप है. रिम्स प्रबंधन और जिला प्रशासन बच्चे और उसके माता- पिता की खोज में जुट गया है. इसको लेकर धनबाद जिला प्रशासन को भी मामले की सूचना दे दी गयी है.
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18 जून से झारखंड के घर-घर में होगी कोरोना जांच
राज्य सरकार आगामी 18 जून से राज्य के हर घर में कोरोना जांच का अभियान शुरू होगा. इसके तहत स्वास्थ्यकर्मी राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर में जायेंगे और लक्षणों के आधार पर हर परिवार के सदस्य की कोरोना जांच करेंगे. हर परिवार के बुजुर्ग का सैंपल भी लिया जायेगा.
सोमवार (15 जून, 2020) को पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना हराओ अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. इसी के तहत जांच का अभियान चलाया जायेगा. राज्य के सभी सिविल सर्जनों को पत्र लिखकर इस अभियान को चलाने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सूबे के सभी जिलों में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का सर्वे करायेगी. इसके लिए आईसीएमआर से आग्रह किया जायेगा. राज्य में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के बारे में जानने के लिए यह सर्वे जरूरी है. इसके लिए होने वाले सीरो सर्वे में लोगों का एंटीबॉडी टेस्ट किया जायेगा.
अभी तक देश के 200 शहरों में सीरो सर्वे हो चुका है. झारखंड के पाकुड़, लातेहार और सिमडेगा जिले में भी यह सर्वे कराया जा चुका है. इन जिलों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं के बराबर पाया गया. स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार पाकुड़ में 1.25 प्रतिशत, लातेहार में शून्य और सिमडेगा में एक प्रतिशत ही पॉजिटिवीटी पायी गयी है. इन तीन जिलों को सैंपल के तौर पर चुना गया था.
Posted By : Samir ranjan.