रांची (विशेष संवाददाता). रांची विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर समाजशास्त्र के अध्यक्ष डॉ पारस कुमार चौधरी ने कहा है कि तीन में से एक महिला अपने जीवन में कभी न कभी हिंसा का सामना करती है. 640 मिलियन से अधिक महिलाएं इंटीमेट पार्टनर वॉयलेंस का सामना करती हैं. हर मिनट किसी महिला की उसके परिवार वाले या साथी द्वारा हत्या की जाती है. यह कुछ तथ्य दुनिया में महिलाओं के खिलाफ होनेवाली हिंसा को दिखाते हैं. डॉ चौधरी मंगलवार को विभाग में मानवाधिकार दिवस पर आयोजित 16 दिवसीय कार्यक्रम के समापन में बोल रहे थे. इस कार्यक्रम के आयोजन में इब्तिदा नेटवर्क एवं श्रिस्टी का सहयोग रहा. डॉ चौधरी ने कहा कि पूरी दुनिया में महज उनकी लैंगिक पहचान की वजह से हिंसा का सामना करना पड़ता है. अब वर्चुअल दुनिया में भी डिजिटल हिंसा के रूप में महिलाओं को ट्रोल भी किया जाता है. इससे महिलाओं में डिप्रेशन, डर आदि की समस्या उत्पन्न हो रही है. उन्होंने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक हर स्तर पर महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. लैंगिंक समानता को बनाने के लिए कानून और अभियान के जरिये जागरूकता लायी जा रही है. महिलाएं स्वयं हिंसा के खिलाफ आगे आ रही हैं और जागरूकता अभियान चला रही हैं. इस अवसर पर महिला हिंसा पर एक वृतचित्र भी दिखाया गया. कार्यक्रम में डॉ मिथिलेश ने भी अपने विचार रखे.
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