रांची. झारखंड स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोट्टो) के तत्वावधान में शुक्रवार को जागरूकता अभियान चलाया गया. इसके तहत नर्सिंग कॉलेज की जीएनएम छात्राओं को अंगदान की महत्ता से अवगत कराया गया. सोट्टो के नोडल पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन ने बताया कि नर्स का सीधा संपर्क मरीज के परिजनों से होता है. इसलिए वे मरीज के ब्रेन डेड होने की स्थिति में परिजनों को अंगदान के लिए जागरूक कर सकती हैं.
वेबसाइट पर कर सकते हैं पंजीयन
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति से कम से कम आठ लोगों को नयी जिंदगी दी जा सकती है. अंगदान का संकल्प लेना काफी सरल है. इसके लिए नोटो द्वारा क्यूआर कोड जारी किया गया है. इस क्यूआर को स्कैन करने पर www.notto.abdm.gov.in की वेबसाइट खुल जायेगी. इस पर अंगदान के लिए पंजीयन कराया जा सकता है. शपथ लेने के लिए मोबाइल नंबर (जिसपर वाट्सऐप की सुविधा है) की जरूरत पड़ती है. 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति अंगदान का प्रण ले सकते हैं. मौके पर जीएनएम कॉलेज की प्राचार्य बीना बारला, साल्विया शार्ली, डॉ स्वाति भगत और कॉलेज की शिक्षिकाएं उपस्थित थीं.
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