रांची : प्याज की कीमतों में आयी तेजी ने आम लोगों के होश उड़ा दिये हैं. रांची में प्याज 70 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. हालांकि, जमाखोरी पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा थोक व्यापारियों के लिए 25 टन और खुदरा व्यापारियों के लिए दो टन प्याज का स्टॉक लिमिट तय कर दी है.
इससे थोक व्यापारी प्याज की कीमत और बढ़ने की संभावना जता रहे हैं. उनका कहना है कि किसी भी चीज की आवक कम होने पर स्वत: कीमतें बढ़ने लगेंगी. थोक व्यापारियों का साफ कहना है कि प्याज पर स्टॉक लिमिट तय नहीं की जाये. इससे क्या-क्या परेशानी आयेगी, इस पर विचार करके हल निकालना चाहिये.
तभी समाधान निकल पायेगा. वरना, बाजार में डिमांड और सप्लाइ गड़बड़ हो जायेगा. शहर के खुदरा व्यापारियों का भी कहना है कि प्याज पर स्टॉक लिमिट होने से दाम बढ़ेंगे. स्टॉक लिमिट नहीं होने से प्याज जरूरत के अनुसार रखते थे. कीमतें ऊपर-नीचे होने पर एडजस्ट हो जाती थी, लेकिन अब यह बढ़ जायेगा. खुदरा व्यापारियों का कहना है कि माल की सप्लाइ मिलने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है. जितनी सप्लाइ की जरूरत है, उतनी आपूर्ति हो रही है.
प्याज पर स्टॉक लिमिट होने से और परेशानी बढ़ेगी. हर व्यापारी डर से कम स्टॉक मंगायेगा. पंडरा बाजार से झारखंड के अन्य जगहों जैसे गिरिडीह, चाइबासा, चक्रधरपुर, रामगढ़, हजारीबाग, चास, बोकारो सहित कई जगहों पर सप्लाइ होती है. बाजार में माल कम होने से कीमत बढ़ने लगेंगी.
– रामलखन साहू, अध्यक्ष, आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ
वर्तमान में 30-32 टन प्याज का किराया लगभग 1,20,000 रुपये लगता है. स्टॉक लिमिट 25 टन होने से किराया कम नहीं होगा, बल्कि पूरा 30-32 टन का पैसा देना होगा. आंध्र प्रदेश, कर्नाटक व महाराष्ट्र का जो नया प्याज निकलता है, वह बारिश से खराब हो गया है. इसलिए दिक्कत हो रही है.
– मदन कुमार, सचिव, आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ
posted by : sameer oraon