Online Dating Tips: कर रहे हैं ऑनलाइन डेटिंग! तो इन बातों का रखें ध्यान, हो सकते हैं धोखे के शिकार
शादी से पहले ही अगर दो लोग एक-दूसरे को अच्छी तरह जान समझ लें, तो आगे रिश्तों को निभाने में आसानी होती है. शायद यही वजह है कि अब छोटे-छोटे शहरों में भी युवाओं के बीच लिव-इन रिलेशनशिप का चलन तेजी से बढ़ने लगा है.
शादी से पहले ही अगर दो लोग एक-दूसरे को अच्छी तरह जान समझ लें, तो आगे रिश्तों को निभाने में आसानी होती है. शायद यही वजह है कि अब छोटे-छोटे शहरों में भी युवाओं के बीच लिव-इन रिलेशनशिप का चलन तेजी से बढ़ने लगा है. लोगों की इस जरूरत को समझते हुए ऑनलाइन डेटिंग एप्स की भी बाढ़ आ गयी है, जो आपको आपके परफेक्ट मैच से मिलाने में एक बड़ी भूमिका निभाने लगे हैं. इनमें से ज्यादातर एप्स महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बातें करते हैं, लेकिन क्या वाकई ये एप सुरक्षित हैं?
खासकर अगर डेटिंग एप बम्बल की बात करें, तो इसे लोगों के सामने इसी तरीके से पेश किया गया था कि यह महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित डेटिंग एप है. इस एप पर पहले मैसेज करने का अधिकार सिर्फ महिलाओं को है, यानी एक तरह से पार्टनर को चुनने या रिजेक्ट कर देने का पूरा अधिकार सिर्फ महिलाओं के पास है, लेकिन क्या इतनी सुरक्षा काफी है?
ऑनलाइन डेटिंग एप्स आपको आपकी जरूरत के मुताबिक परफैक्ट मैच अवेलेबल जरूर कराते हैं, लेकिन सामने वाला हमेशा अच्छे इंटेशन के साथ ही आपसे कनेक्ट करे, इसकी गारंटी कोई शायद ही लेगा. ऐसे में बेहतर होगा कि महिलाएं इन डेटिंग एप्स का इस्तेमाल करते वक्त खुद कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें.
मिलने की न करें जल्दी
डेटिंग एप्स प्रोफाइल डिटेल्स और एल्गोरिदम के हिसाब से आपको एक परफेक्ट मैच देने की कोशिश करते हैं, लेकिन जितना हो सके पहले केवल बातचीत तक ही सीमित रहें. मिलने की जल्दी तब तक न करें, जब तक कि आप खुद मीटिंग लिए कम्फर्टेबल न हो जाएं. अगर सामने वाला बेहतर इंसान होगा, तो वो भी आपकी हेजिटेशन को समझते हुए आपके डिसीजन को सपोर्ट करेगा. अगर कोई मिलने के लिए प्रेशर बना रहा हो, तो उससे किनारा करना ही बेहतर है.
छानबीन जरूर करें
अगर आप किसी को अपनी निजी जिंदगी में जगह देने जा रही हैं, तो उसके बारे में थोड़ी छानबीन भी जरूरी हो जाती है. आज के समय में लोगों की सोशल मीडिया प्रेजेंस ने इस काम को और भी आसान कर दिया है. आप उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिये उनके नेचर और उनकी एक्टिविटीज के बारे में काफी कुछ पता लगा सकती हैं. खासतौर से उनके द्वारा पोस्ट किये जाने वाले इमेजेस और कंटेंट्स और वो किस तरह के ग्रुप्स को फॉलो करते हैं,
ये छोटी-छोटी चीजें आपको उन्हें बेहतर समझने में मददगार साबित होंगी. डेटिंग एप पर मिलने वाले किसी शख्स का क्रिमिनल रिकॉर्ड है या नहीं ये भी आपको पता लगाने की कोशिश जरूर करनी चाहिए. इसके लिए उसका नाम गूगल सर्च करने के बाद न्यूज सेक्शन पर क्लिक करें. जिस शख्स को आप डेट कर रही हैं, अगर उसकी सोशल मीडिया पर कहीं कोई प्रेजेंस नहीं है, तो आपको और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.
किसी भी तरह के दिखावे से रहें दूर
सोशल मीडिया पर खुद को एक बेहतर पर्सनालिटी के रूप में पेश करने वाला शख्स वास्तव में भी वैसा ही हो ये जरूरी नहीं है. उदाहरण के लिए अगर हाल में ही हुई श्रद्धा वालकर हत्याकांड को देखें, तो इसमें आरोपी आफताब की किसी भी नॉर्मल इंसान की ही तरह एक जेन्युन सोशल मीडिया प्रेजेंस देखने को मिलती है.
उसने खुद को सोशल मीडिया पर फूड ब्लॉगर, फेमिनिस्ट, समलैंगिक अधिकारों और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम करने वाले एक एक्टिविस्ट के तौर पर प्रेजेंट किया था. इसलिए केवल किसी की अच्छी सोशल मीडिया प्रेजेंस या पर्सनालिटी को ही उसके अच्छे इंसान होने का आधार मानने की गलती न करें.
पर्सनल इन्फॉर्मेशन शेयर न करें
डेटिंग एप्स पर मिलने वाले लोगों के साथ अपनी केवल उतनी ही इन्फॉर्मेशन शेयर करें, जितना जरूरी हो. जब तक आपको अपने पार्टनर पर पूरी तरह भरोसा न हो जाये, तब तक उसके साथ अपना एड्रेस, फोन नंबर और अपनी इनकम जैसी इन्फॉर्मेशन शेयर न करें.
डेटिंग एप्स पर अपनी अदर सोशल मीडिया अकाउंट्स के लिंक शेयर करते वक्त भी आपको याद रखना चाहिए कि ऐसे में रिलेशन खत्म होने के बाद भी वो आपको आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिये खोज सकते हैं. हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक ही पिक्चर का यूज करने से भी आपको खोजना आसान हो जाता है. बेहतर होगा अगर-अलग जगहों पर अलग पिक्चर्स का इस्तेमाल किया जाए.
अगर ऑनलाइन पार्टनर आप पर किसी भी तरह का प्रेशर बनाने की कोशिश करे, तो इस रिश्ते को तोड़ने में झिझकें नहीं. जरूरत पड़ने पर साइबर हेल्पलाइन की भी मदद ले सकती हैं.
आलेख : पूजा कुमारी