रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर बापू वाटिका स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. प्रतिमा स्थल पर दोनों बापू के भजन में शामिल हुए और राष्ट्रपिता को स्मरण किया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि गांधी जी सत्य, न्याय व अहिंसा के लिए जाने जाते थे.
वे नारी शिक्षा के पक्षधर थे. आज हमें खुद से पूछना चाहिए कि क्या हम बापू के बताये मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं, क्योंकि वर्तमान में जिस तरह की खबरें आ रहीं हैं, उससे मुझे प्रतीत होता है कि लोगों में मानसिक परिवर्तन की आवश्यकता है. समय आ गया है इसमें परिवर्तन का. उन्होंने कहा कि बापू के बताये मार्ग को आत्मसात कर बदलाव लाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज राष्ट्र के दो महान विभूतियों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है. ये देश निर्माण के शुरुआती दशक के योद्धा रहे हैं. वर्तमान व आनेवाले समय में भी इनके जैसे व्यक्तित्व का मिल पाना नामुमकिन है. आज के दौर में कहीं न कहीं उनकी कमी खलती है.
मौजूदा वक्त में व्यक्तिगत और राजनीतिक रूप से बदलाव देखने को मिल रहा है, कुछ पीड़ादायक हैं तो कुछ खुशी की अनुभूति कराते हैं. ऐसे महान विभूतियों के नहीं होने से व्यवस्थाओं में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. आज इनके विचार पर चलकर ही व्यवस्था सुधर सकती है.
सीएम ने कहा कि मुझे लगता है इन महान विभूतियों के विचार कभी मर नहीं सकते.हमें अपने व्यक्तिगत और सामूहिक आचरण में इनके विचारों को अर्जित करना है. यही आचरण समाज, राज्य और राष्ट्र के लिए श्रेयस्कर होगा. सीएम खादी की ड्रेस में पहुंचे थे. वह खादी की शर्ट और पैंट और पैरों में चप्पल डाले हुए थे.
टाना भगतों की टोली भी मौके पर मौजूद थी. फिर टाना भगतों ने पांरपरिक तरीके से शंख फूंक कर महात्मा गांधी का पूजन किया. मौके पर गांधी प्रतिमा के समक्ष ही झारखंड सरकार और यूनिसेफ द्वारा ह्यूमन चेन बनाया गया था, जिसमें खड़े लोग हाथों में बैनर लिए हुए थे.
बैनर में लिखा था अपना मास्क सही से लगाना है, कोरोना को हराना है. इस दौरान खादी के मास्क भी वितरित किये गये. वहीं कार्यक्रम स्थल पर सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गयी थी. साथ ही इंफ्रा थर्मोमीटर से सबकी जांच कर ही उन्हें प्रतिमा स्थल पर जाने दिया जा रहा था.
posted by : sameer oraon