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Ranchi News: स्कूल से मिले अफीम व हथियार, सब्जी बेचने की आड़ में काला कारोबार, तीन गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

सब्जी बेचने की आड़ में अफीम व डोडा की तस्करी करनेवाले तीन लोगों को मांडर थाना क्षेत्र के ब्राम्बे से पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में गोलू उर्फ विपुल व जयकिशोर गुप्ता दोनों बारीहातु, बालूमाथ (लातेहार) का रहनेवाला है. जबकि संतोष कुमार मैक्लुस्कीगंज के खलारी बाजारटांड़ का निवासी है. तीनों को ब्राम्बे स्थित तिग्गा हॉस्टल से भागने के दौरान गिरफ्तार किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2021 9:36 AM

सब्जी बेचने की आड़ में अफीम व डोडा की तस्करी करनेवाले तीन लोगों को मांडर थाना क्षेत्र के ब्राम्बे से पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में गोलू उर्फ विपुल व जयकिशोर गुप्ता दोनों बारीहातु, बालूमाथ (लातेहार) का रहनेवाला है. जबकि संतोष कुमार मैक्लुस्कीगंज के खलारी बाजारटांड़ का निवासी है. तीनों को ब्राम्बे स्थित तिग्गा हॉस्टल से भागने के दौरान गिरफ्तार किया गया. जबकि एक अन्य आरोपी भाग गया. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. हॉस्टल के कमरा नंबर तीन में तलाशी के दौरान जय किशोर गुप्ता के कमरे से एक कट्टा, 700 ग्राम अफीम व इलेक्ट्रॉनिक तराजू मिला..

इनके पास से पांच मोबाइल भी बरामद हुआ. तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने ब्राम्बे स्थित संत थॉमस पब्लिक स्कूल में भी तलाशी ली. वहां से चार बोरा डोडा (43 किलोग्राम) भी बरामद किया गया. पुलिस ने एक मालवाहक पिकअप टेंपो, एक कार, एक स्कूटी, एक बाइक भी जब्त किया है. यह जानकारी ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में दी. एसपी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि तिग्गा हॉस्टल में सब्जी के कारोबार की आड़ में अफीम का धंधा करनेवाले लोग सितंबर 2020 से ही रह रहे हैं.

उक्त लोग सब्जी व भूसा भरे बोरा में ही डोडा व अफीम डालकर ट्रकों से दूसरी जगह भेजने का काम करते थे. इसी सूचना के बाद खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी के नेतृत्व में छापेमारी कर तीनों को पकड़ा गया. छापामारी टीम में मांडर इंस्पेक्टर संजीव कुमार, थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह, एसआइ विनोद पासवान, संजय मुंडा, योगेंद्र सिंह, प्रदीप चौबे व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.

खूंटी का शख्स पहुंचाता था अफीम, यूपी के लोग ले जाते थे : पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि खूंटी का एक शख्स उनलोगों को अफीम व डोडा मुहैया कराता था. इसके बाद वह यूपी के लोगों को उक्त नशीला पदार्थ मुहैया कराते थे. डोडा 200 से 300 रुपये प्रति किलो व अफीम एक हजार रुपये प्रति किलो की दर पर बेचते थे. जबकि यूपी में डोडा की बिक्री 2500 रुपये प्रति किलो होती है. वहीं अफीम डेढ़ हजार से पांच हजार रुपये प्रति किलो या इससे भी ज्यादा पर बेचे जाते हैं.

सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों के रहने के लिए उन्होंने 11 कमरों का हॉस्टल बनवाया था. अभी भी वहां आठ छात्र रह रहे हैं. सितंबर 2020 में एक परिचित व्यक्ति के माध्यम से दो युवक मेरे पास आये और कहा कि सब्जी का कारोबार करता हैं. उन्हें हॉस्टल का एक रूम रहने के लिए दिया था.

जयवंत तिग्गा, हाॅस्टल संचालक

लॉकडाउन के कारण महीनों से स्कूल बंद है. तीन माह पूर्व मांडर के ही करंज टोली निवासी एक व्यक्ति की कहने पर उन्होंने सब्जी रखने के लिए उक्त युवकों को स्कूल के तीन हॉल आठ हजार रुपये प्रति माह किराये पर दिया था. उन्हें उनके दूसरे धंधे के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

विश्राम लकड़ा, संचालक, संत थॉमस स्कूल ब्राम्बे

Posted by: Pritish Sahay

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