सीबीएसइ 12वीं बोर्ड की परीक्षा खत्म होनेवाली है. साइंस संकाय के विद्यार्थी अभी से अपने लक्ष्य को सजग हैं. खासकर फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की पहली प्राथमिकता इंजीनियरिंग है. यहीं कारण है कि जेइइ मेन में दिनों-दिन विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है. विद्यार्थियों की प्राथमिकता में हमेशा ही देश के टाॅप इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल होते हैं, लेकिन रैंक की दौड़ में कई विद्यार्थी पिछड़ जाते हैं. ऐसे विद्यार्थी इंजीनियरिंग की संभावना तलाशने के लिए विभिन्न स्टेट इंट्रेंस एग्जाम से भी गुजरते हैं.
आइआइटी, एनआइटी, ट्रिपल आइटी और जेएफटीआइ कॉलेजों के अलावा कई निजी संस्थान भी विद्यार्थियों को बेहतर इंजीनियर बनने का मौका देते हैं. इन कॉलेजों का चयन ऑल इंडिया रैंक, प्लेसमेंट प्रक्रिया और नेशनल इंस्टीट्यूट रेंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) के तर्ज पर होता है. आज की रिपोर्ट देशभर के ऐसे ही इंजीनियरिंग कॉलेजों पर आधारित है.
आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी रूड़की, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी तिरुचापल्ली, आईआईटी हैदराबाद, एनआईटी सुरतकल, जाधवपुर यूनिवर्सिटी, वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आईआईटी बीएचयू, आईआईटी आइएसएम धनबाद, एनआईटी राउकेला, आईआईटी इंदौर, अन्ना यूनिवर्सिटी, इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, अमृता विश्व विद्यापीठ और आईआईटी मंडी.
राज्य के वैसे विद्यार्थी जो जेइइ एडवांस में शामिल होते हैं, उनकी पहली प्राथमिकता में देश के टॉप IIT संस्थान होते हैं. वहीं, ऑल इंडिया रैंक और इच्छानुसार संकाय न मिलने पर विद्यार्थी एनआईटी, ट्रिपल आईटी और जेएफटीआई संस्थानों में विकल्प तलाशते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी रूड़की, एनआईटी जालंधर, एनआईटी त्रिची में चयनित होते हैं. वहीं राज्य के सबसे ज्यादा विद्यार्थी इंजीनियरिंग की संभावना तलाशने कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र और चेन्नई की तरफ जाते हैं. इन राज्यों में विद्यार्थियों को जेइइ मेन के अलावा कॉमेड-के, बेस्ट बंगाल कंबाइंड इंट्रेस टेस्ट, केआईआईटी प्रवेश परीक्षा के जरिये बेहतर अवसर मिलता है.
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राज्य के विद्यार्थी बेंगलुरु में स्थित इंजीनियरिंग संस्थानों में बेहतर संभावना तलाशते हैं. जेइइ मेन के अलावा कॉमेड-के प्रवेश परीक्षा विद्यार्थियों की राह आसान बनाती है. एनआइआरएफ-22 के तहत कर्नाटक के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ट्रिपल आइटी बेंगलुरु, बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पीइएस यूनिवर्सिटी, न्यू होराइजन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सीएमआर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी और बीएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट जैसे कॉलेज प्राथमिकता में शामिल होते हैं.
बेंगलुरु को देश का आईटी हब माना गया है. यही कारण है कि विद्यार्थी इन संस्थानों में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग संकाय का विकल्प चुनते हैं. वहीं, इंडस्ट्रियल हब होने के कारण मेकैनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग भी विद्यार्थियों का च्वाइस बनता है.
शिक्षा व अनुसंधान, कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (केआइआइटी), सीवी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी ओडिशा और सिलिकन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भुवनेश्वर.
हो सकते हैं बेहतर विकल्प
राज्य के विद्यार्थियों की पसंद के निजी संस्थानों की सूची में एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी चेन्नई भी शामिल है. इसके अलावा विद्यार्थी चेन्नई के सत्यभामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, वेइ टेक रंगराजन डॉ सगुनथला आरएंडडी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, राजलक्ष्मी इंजीनियरिंग कॉलेज, बीएस अब्दुर रहमान क्रेसेंट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नाेलॉजी, हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, सवीथा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेस, वेल्स इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड एडवांस स्टडीज, चेन्नई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और ईश्वरी इंजीनियरिंग कॉलेज को च्वाइस फिलिंग में प्राथमिकता मिलती है.
जामिया मिलिया इस्लामिया नयी दिल्ली, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नेताजी सुभाष चंद्र यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वीमेन.
डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे, डॉ विश्वनाथ कराद एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और डॉ डीवाई पाटिल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पुणे.
जादवपुर यूनिवर्सिटी, जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, कल्याणी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, रामकृष्ण महातो गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज पुरुलिया, कोच बिहार गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड सीरामिक टेक्नोलॉजी, गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी श्रीरामपुर और गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी बहरमपुर.
आइआइटी बॉम्बे के अलावा जेइइ मेन से विद्यार्थी इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, एसवीकेएम नारसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, भारतीय विद्या भवन सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और श्री विले पार्ले केलावणी मंडल दिवाकरदास जे सांघवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं.
एमिटी यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, दयालबाघ एजुकेशन इंस्टीट्यूट, नोयडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, जीएलए यूनिवर्सिटी, केआइइटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी एंड मैनेजमेंट.
जेइइ मेंस अप्रैल सत्र की परीक्षा छह अप्रैल से शुरू होगी. परीक्षा 08, 10, 11, 12 अप्रैल को दो पालियों में होगी. पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ से 12 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा अपराह्न तीन बजे से शाम छह बजे तक होगी. परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड सह सिटी इनफॉरमेशन स्लिप चार अप्रैल को जारी किया जायेगा. झारखंड के नौ जिलों में इस परीक्षा के केंद्र बनाये जायेंगे. इसमें रांची, कोडरमा, पूर्वी सिंहभूम, हजारीबाग, दुमका, धनबाद, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो स्टील सिटी शामिल है.
जेइइ मेन जनवरी सत्र के लिए 860064 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें 823967 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. विशेषज्ञों के अनुसार अप्रैल सत्र की परीक्षा में 20 फीसदी ज्यादा अभ्यर्थी शामिल होंगे.