डोरंडा में घर से पकड़ कर लातेहार में गिरफ्तारी दिखा जेल भेजने के मामले में जांच का आदेश
लातेहार थाना में आर्म्स एक्ट और आइपीसी की दूसरी धाराओं में केस दर्ज कर भेजा गया है जेल
रांची : डोरंडा के कुसई कॉलोनी स्थित अपार्टमेंट से पूछताछ के लिए आकाश राय को डोरंडा थाना ले जाने के बाद उसे लातेहार में हथियार के साथ गिरफ्तार दिखा कर जेल भेजने के मामले में जांच के आदेश दिये गये हैं. सीआइडी एडीजी के निर्देश पर सीआइडी मुख्यालय में पदस्थापित एसपी ने मामले में जांच के लिए पलामू रेंज के डीआइजी को पत्राचार किया है.
इसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि शिकायतकर्ता मिथिलेश कुमार का आरोप है कि उनके पुत्र को सुनियोजित ढंग से लातेहार थाना में दर्ज आर्म्स एक्ट के केस में गलत ढंग से फंसा कर जेल भेजा गया है.
उल्लेखनीय है कि आकाश राय के पिता मिथिलेश कुमार राय ने सीआइडी एडीजी से शिकायत की थी कि कुसई कॉलोनी स्थित उनके फ्लैट में तीन मार्च 2020 को डोरंडा थाना की पुलिस पहुंची और उनके बेटे को पूछताछ के नाम पर डोरंडा थाना ले गयी. दूसरे दिन जब मिथिलेश राय डोरंडा थाना पहुंचे, तब उन्होंने अपने बेटे को हाजत में बंद पाया.
पांच मार्च को भी उनका बेटा डोरंडा थाना के हाजत में बंद था. इस दिन उसे पूछताछ के लिए धुर्वा थाना ले जाया गया. इसी दिन रात में मिथिलेश कुमार को इस बात की जानकारी मिली थी कि उनके पुत्र को लातेहार ले जाया गया है. तब मामले में मिथिलेश कुमार राय ने सीजीएम रांची के पास एक लिखित शिकायत की थी. इसके बाद मामले में डोरंडा थाना प्रभारी से जवाब मांगा गया था.
डोरंडा थाना प्रभारी ने जवाब दिया था कि चार मार्च को ही आकाश राय को पूछताछ के बाद पीआर बांड पर छोड़ दिया गया था. सात मार्च को मिथिलेश कुमार को जानकारी मिली कि उनके पुत्र आकाश को लातेहार थाना में आर्म्स एक्ट और आइपीसी की दूसरी धाराओं में दर्ज केस में जेल भेज दिया गया है. इसके साथ ही आकाश के पास कमर से देसी कट्टा और कारतूस भी बरामद होने की बात लातेहार पुलिस ने बतायी.
उसकी गिरफ्तारी छह मार्च को लातेहार से ही दिखायी गयी. जब मामले में मिथिलेश राय ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से हाइकोर्ट में 19 जून को क्रिमिनल रिट दायर किया, तब लातेहार थाना में 23 फरवरी को आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज केस में उनके पुत्र को आरोपी बना दिया गया.
मिथलेश राय ने सीआइडी एडीजी को यह भी बताया है कि डोरंडा में घर से पकड़ कर आकाश राय को ले जाने से संबंधित सीसीटीवी फुटेज उनके पास है. इसके अलावा पुलिस से बातचीत की भी रिकॉर्डिंग उनके पास है. उन्होंने सीआइडी एडीजी को यह भी बताया है कि इसके पूर्व भी उनके पुत्र को पुलिस कुछ केस में गलत तरीके से फंसा कर आरोपी बनाने के बाद जेल भेज चुकी है.
posted by : sameer oraon