स्वास्थ्य विभाग झारखंड में स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) को मजबूत बनाने की दिशा में काम करेगा. मृत व्यक्ति के शरीर से निकाले गये स्वस्थ अंग को सही समय पर प्रत्यारोपित किया जा सके, इसके लिए मेडिकल कॉलेज और आई बैंकों में समन्वय स्थापित किया जायेगा. समन्वय स्थापित करने के लिए स्टेट ऑर्गन ट्रांसप्लांट की अलग वेबसाइट बनायी जायेगी. इसमें सभी मेडिकल कॉलेज और आई बैंक को जोड़ा जायेगा. मेडिकल कॉलेज और आई बैंकों को प्राप्त स्वस्थ अंग की पूरी जानकारी इस वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी. यह फैसला मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोटो की राज्यस्तरीय बैठक में लिया गया.
बैठक में शामिल मेडिकल कॉलेज और आई बैंक के प्रतिनिधियों को बताया गया कि वर्तमान में राज्य में कॉर्निया प्रत्यारोपण की सुविधा है. ऐसे में दृष्टिहीनों को स्वस्थ काॅर्निया समय पर मिले, इसे सुनिश्चित करना भी उनकी जिम्मेदारी है. कहां से अंग या कॉर्निया मिला, उसका नाम, पता और मोबाइल नंबर के साथ-साथ किस व्यक्ति को अंग लगाया गया है, इसकी पूरी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी.
रिम्स के नेत्र विभाग और आई बैंक को बेहतर कार्य करने का निर्देश दिया गया. ठीक ढंग से काम नहीं करने पर सचिव ने कार्रवाई की भी चेतावनी दी. गौरतलब है कि प्रभात खबर में मंगलवार के अंक में राज्य से बाहर काॅर्निया भेजने से संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था.
एमजीएम जमशेदपुर और शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज (एसएनएमएमसी) के आई बैंक से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. सचिव ने कहा कि एमजीएम को फरवरी महीना में ही आई बैंक में उपकरण लगाने के लिए फंड उपलब्ध कराया गया था, लेकिन अभी तक इसकी खरीदारी नहीं हुई है. वहीं, एसएनएमएमसी कॉलेज के प्रबंधन से कहा गया है कि क्या कारण है कि आई बैंक काम नहीं कर रहा है.
रोशनी फाउंडेशन द्वारा राज्य से बाहर काॅर्निया भेजने का मामला भी बैठक में उठा. स्वास्थ्य पदाधिकारियों ने रोशनी फाउंडेशन से स्पष्टीकरण जारी कर पूछने को कहा कि किस वजह से वह काॅर्निया बाहर भेजते हैं.