रांची से नहीं, गांवों से चलती है हमारी सरकार : हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार फिर एनडीए का सपना चकनाचूर होगा और इंडिया महागठबंधन सर्वाधिक सीटों पर काबिज होकर फिर से सरकार बनाने में सफल होगा. हमारी सरकार रांची से नहीं, गांवों से चलती है. श्री सोरेन ने रविवार को चक्रधरपुर में झामुमो प्रत्याशी सुखराम उरांव के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
रांची/चक्रधरपुर. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार फिर एनडीए का सपना चकनाचूर होगा और इंडिया महागठबंधन सर्वाधिक सीटों पर काबिज होकर फिर से सरकार बनाने में सफल होगा. विरोधी ताकतें लाख प्रयास कर लें, उन्हें मुंह की खानी होगी. महागठबंधन पहले भी मजबूत था, अब भी है और आगे भी रहेगा. हमारी सरकार रांची से नहीं, गांवों से चलती है. हमने एक-एक गांव में सरकारी पदाधिकारी-कर्मचारी को भेजकर गांव वालों को मान-सम्मान दिया. झारखंड बनने के बाद एनडीए की सरकार ने राज्य को इतना गरीब कर दिया था कि लोग ठीक से खड़े नहीं हो पा रहे थे. इनको हमने धीरे-धीरे गरीबी से बाहर निकाला है. श्री सोरेन ने रविवार को चक्रधरपुर में झामुमो प्रत्याशी सुखराम उरांव के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल की
मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 साल से ऊपर की हर महिला को पेंशन देकर आत्मनिर्भर बनाने की पहल की. हमारे गांव के लोग गरीब हैं. अपने व्यक्तिगत काम के लिए भी कर्ज लेते हैं. हमने कर्ज के बोझ से उन्हें ऊपर उठाया. सबका बिजली बिल माफ कर दिया. सीएम ने कहा कि झारखंड में पूरे देश के भाजपाई कौओं की तरह मंडरा रहे हैं. राज्य को बचाने के लिए हमने कोरोना काल में बलिदान दिया है. कोरोना काल में ही हमने सोच लिया था कि महिलाओं को सम्मान देंगे. फिर मंईयां सम्मान योजना लाये. अभी 1000 दिये जा रहे हैं, सरकार बनी तो हर साल एक लाख रुपये देंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है