Ranchi News : आउटसोर्सिंग कर्मियों ने रिम्स निदेशक कार्यालय घेरा, तीन घंटे कार्य बहिष्कार
सन फैसिलिटी लिमिटेड से जुड़े करीब 450 कर्मचारियों को पांच माह से नहीं मिला है मानदेय
रांची. रिम्स में सन फैसिलिटी लिमिटेड से जुड़े करीब 450 दैनिक कर्मियों को पांच महीने से मानदेय नहीं मिला है. घर खर्च और बच्चों की स्कूल फीस जमा नहीं कर पाने से परेशान इन कर्मियों ने सोमवार को रिम्स निदेशक कार्यालय का घेराव किया. कर्मी अपने-अपने कार्यस्थल को छोड़कर घेराव में शामिल हुए. इस कारण सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक (तीन घंटे तक) काम प्रभावित रहा. खून की जांच, पंजीयन, नर्सिंग और ऑफिस का कार्य प्रभावित हुआ. कर्मियों का कहना था कि एजेंसी से शिकायत करने पर जवाब मिलता है कि रिम्स द्वारा पैसा का भुगतान नहीं किया गया है. एक महिला कर्मी ने कहा कि एक तो वेतन बहुत कम है और दूसरा समय पर पैसा नहीं मिलता है. किराना दुकानदार अब राशन नहीं दे रहा है, जिससे परेशानी बढ़ गयी है. एक कर्मचारी ने कहा कि प्रबंधन से शिकायत नहीं है, लेकिन सिस्टम को सुधारने की पहल करनी होगी. यहां बता दें कि एजेंसी द्वारा फाेर्थ ग्रेड के कर्मियों को 7,002 रुपये और थर्ड ग्रेड के कर्मियों को 9,500 रुपये मानदेय के रूप में दिया जाता है.
निदेशक की दलील, देरी की जांच शुरू, 10 दिन में मिलेगी रिपोर्ट
इस संबंध में रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार ने कहा कि शनिवार को बिल से संबंधित फाइल आयी थी, जिसका त्वरित निबटारा का आदेश दिया गया है. वहीं, देरी की वजह की जांच का भी निर्देश दिया गया है. 10 दिनों में जांच रिपोर्ट समर्पित करने को कहा गया है. एजेंसी द्वारा तीन महीना का बिल एक साथ जमाकर भेजा जाता है. निदेशक ने कहा कि मैनपावर की नये सिरे से बहाली होनी है, इसलिए ठेकेदार दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं. फाइल निबटारा में देरी करने वाले पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है