Ranchi news : पहाड़ी मंदिर के निचले हिस्से का अतिक्रमण, गार्डवॉल नहीं बनने से मिट्टी का हो रहा कटाव
पहाड़ी मंदिर परिसर से अतिक्रमण हटा कर उसके चारों ओर घेराबंदी कर परिक्रमा स्थल का निर्माण किया जाना था, लेकिन यह काम आज तक नहीं हो पाया है.
राजकुमार लाल, रांची.
पहाड़ी मंदिर का सौंदर्यीकरण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया है. लंबे समय से इसकी मांग हो रही है. वहीं, गार्डवॉल नहीं बनने से मिट्टी का कटाव नहीं रुक पा रहा है. पहाड़ी मंदिर परिसर से अतिक्रमण हटा कर उसके चारों ओर घेराबंदी कर परिक्रमा स्थल का निर्माण किया जाना था, लेकिन यह काम आज तक नहीं हो पाया है. वहीं, लिफ्ट लगाने व रोप-वे बनाने की बात भी अधूरी रह गयी है. ज्ञात हो कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने पहाड़ी मंदिर के विकास की बात कही थी. उन्होंने अधिकारियों को मंदिर के सौंदर्यीकरण को लेकर फाइल आगे बढ़ाये और यहां लिफ्ट व रोप-वे लगाने को कहा था, ताकि भक्तों को चढ़ने में सुविधा हो. लेकिन, एक भी कार्य धरातल पर नहीं उतर सका.टूटी है मंदिर की सीढ़ी, धंस रही मिट्टी
पहाड़ी मंदिर की सीढ़ी कई जगहों पर टूटी हुई है. इस कारण भक्तों को चढ़ने व उतरने में परेशानी होती है. वहीं, पहाड़ी मंदिर में कई जगहों पर मिट्टी धंस रही है. बरसात में कई जगहों पर जल का रिसाव भी हो रहा है. सीढ़ी के ऊपर लगे शेड से भी कई जगहों पर पानी का रिसाव हो रहा है. वहीं, जगह-जगह पंखा आदि का भी अभाव है.चूहों ने बढ़ायी परेशानी
चूहों ने पहाड़ी मंदिर परिसर में आतंक मचा रखा है. जगह-जगह सुरंग बना दिया है. इस कारण बारिश के वक्त मिट्टी वहां से बह कर नीचे आ जा रही है. पिछले दिनों मंदिर परिसर के समीप मिट्टी का मलबा गिर कर नीचे आ गया था. वहीं, पहाड़ी मंदिर के चारों ओर मिट्टी व पत्थर भरवाने का काम पिछले दिनों चल रहा था, जो अब बंद हो गया है.
मंदिर के फंड में दो करोड़ रुपये
पहाड़ी मंदिर के फंड में लगभग दो करोड़ रुपये जमा है. लेकिन, इसका उपयोग सामाजिक कार्यों व मंदिर के विकास के लिए नहीं हो रहा है. यहां अधिकतर कार्य के लिए दानदाताओं का इंतजार रहता है.पर्यटन विभाग के पास भेजा गया है प्रस्ताव
जिला प्रशासन ने मंदिर के सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्यों के लिए पर्यटन विभाग के पास प्रस्ताव बनाकर भेजा है. छह करोड़ 73 लाख रुपये की लागत से यह कार्य किया जायेगा. 13 अगस्त को यह प्रस्ताव भेजा गया था.बोले समिति के सचिव
पहाड़ी मंदिर के विकास के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर सरकार के पास भेजा गया है. प्रस्ताव पास होते ही मंदिर का सौंदर्यीकरण कार्य शुरू हो जायेगा. हमलोग इसके लिए लगे हुए हैं. वहीं, छोटी-मोटी समस्याओं का निदान हमलोग खुद से करवा भी रहे हैं.राकेश सिन्हा, सचिव, पहाड़ी मंदिर विकास समितिB
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