रांची. किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के मकसद से इ-नाम योजना शुरू की गयी थी. लेकिन, इसका लाभ पंडरा बाजार समिति में नहीं मिल पा रहा है. अनाज की गुणवत्ता जांच के लिए बाजार समिति में असेइंग लैब भी बना है. लेकिन, उपयोग नहीं हो रहा है. पंडरा बाजार समिति में 2018 में इ-नाम योजना के तहत असेइंग लैब के लिए मशीन की खरीद हुई थी. मशीनों में मॉयस्चर मीटर, ग्रेन ग्रेडिंग मशीन, माइक्रो स्कोप आदि की खरीद हुई थी. लेकिन, जांच नहीं हो पा रही है. इसके लिए, एक एक्सपर्ट को रखना था. लेकिन, एक्सपर्ट को रखने की जगह बाजार समिति के पणन सचिव, सुपरवाइजर और ऑपरेटर को ही प्रशिक्षण करा दिया गया. इस योजना की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब भी आप जायेंगे, यहां पर स्थित असेइंग लैब में ताला लटका रहता है.
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