Jharkhand News: पत्थर ही नहीं, बालू व कोयले के अवैध कारोबार पर भी है पंकज मिश्रा का कब्जा, ऐसे हुआ खुलासा
पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी से पहले इडी की ओर से भेजे गये समन पर दाहू यादव पूछताछ के लिए हाजिर हुआ था. उस वक्त उसने साहिबगंज में चल रही अवैध व्यापारिक गतिविधियों की जानकारी इडी को दी थी
मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का पत्थर के साथ ही बालू और कोयले के अवैध धंधे पर भी कब्जा है. पंकज के सहयोगी राजेश यादव उर्फ दाहू यादव ने इडी को यह जानकारी दी थी. मनी लाउंड्रिंग के मामले में दाहू यादव को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत ने फरार घोषित कर रखा है.
पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी से पहले इडी की ओर से भेजे गये समन पर दाहू यादव पूछताछ के लिए हाजिर हुआ था. उस वक्त उसने साहिबगंज में चल रही अवैध व्यापारिक गतिविधियों की जानकारी इडी को दी थी. बताया था कि पंकज मिश्रा का पत्थर के अलावा बालू और कोयले के अवैध व्यापार पर भी कब्जा है. उसके अवैध व्यापारिक गतिविधियों की देखरेख उसका करीबी निमाई चंद्रशील करता है.
साहिबगंज में 16 बालू घाट हैं, लेकिन अब तक किसी भी घाट की नीलामी नहीं हुई है. इसके बावजूद बरहेट और पतना प्रखंड में करीब सात स्थानों पर बालू के अवैध खनन की सूचना इडी को मिली है. इसके अलावा केसव फुल्ली नामक जगह पर कुछ लोगों द्वारा कोयले का अवैध खनन किये जाने की जानकारी है.
विभिन्न विभागों के ठेकेदारों से वसूली करता था प्रेम प्रकाश:
मनी लाउंड्रिंग की जारी जांच के दौरान यह जानकारी मिली है कि जेल में बंद प्रेम प्रकाश विभिन्न विभागों में कार्यरत ठेकेदारों से पैसों की वसूली करता था. वह पथ निर्माण, भवन निर्माण, सिंचाई, खान और गृह विभाग से जुड़े कार्यों में ठेकेदारों से वसूली करता था. इसके अलावा वह ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर भी पैसे लेता था. इस अभियुक्त के घर पर की गयी छापामारी के दौरान दो एके-47 राइफलें मिली थीं. इस मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री आवास के सुरक्षा प्रभारी को समन भेजा गया था. इसे विशेष शाखा पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) ने इडी को वापस कर दिया था.