रिम्स की सिफारिश के बाद भी 10 दिन से पेइंग वार्ड में भर्ती है पंकज मिश्रा, जेल प्रशासन दे रहा ये दलील
रिमांड पर पूछताछ के दौरान सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें रिम्स लाया गया था. यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों को पता चला कि पंकज फोर्टविन दवा के आदी हैं. दवा नहीं मिलने पर उसको बेचैनी होने लगती है.
मनी लाउंड्रिंग और अवैध खनन केस में आरोपी पंकज मिश्रा के स्वास्थ्य का रिव्यू करने के बाद रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने उसे नशा मुक्ति केंद्र में इलाज कराने का निर्देश दिया है. इसकी जानकारी 10 दिन पूर्व ही जेल प्रशासन को दी जा चुकी है. इसके बावजूद पंकज मिश्रा अब भी रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है. इधर, जेल प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा बल के अभाव में मिश्रा को नशा मुक्ति केंद्र में नहीं भेजा जा रहा है. गौरतलब है कि पंकज मिश्रा को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था.
रिमांड पर पूछताछ के दौरान सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें रिम्स लाया गया था. यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों को पता चला कि पंकज फोर्टविन दवा के आदी हैं. दवा नहीं मिलने पर उसको बेचैनी होने लगती है. प्रतिबंधित दवा होने और शरीर पर इसका दुष्प्रभाव पड़ने के कारण डॉक्टरों ने मनोचिकित्सक का सहयोग लेकर हल्की दवा दी, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ.
जेल प्रशासन बोला- सुरक्षा बल नहीं है
पंकज मिश्रा को लेकर रिम्स प्रशासन का पत्र मिला है, लेकिन पुलिस बल नहीं उपलब्ध होने के कारण उन्हें रिम्स में रखना पड़ रहा है. कोर्ट को भी इससे अवगत कराया गया है.
हामिद अख्तर, जेल अधीक्षक